सूबे के परिषदीय स्कूलों में टीचर्स के अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण की नीति जारी

बेसिक शिक्षा परिषद ने नीति के साथ ही आवेदन की समय सारिणी भी घोषित की

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PRAYAGRAJ: सूबे के परिषदीय स्कूलों में तैनात टीचर्स के लिए खुशखबरी है। मनचाहे जिले में ट्रांसफर की उनकी मुराद पूरी होने वाली है। सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अन्तर्जनपदीय तबादले की पॉलिसी के साथ डेट भी घोषित कर दील। सोमवार की रात इसे शासन से मंजूरी मिल गयी तो बेसिक शिक्षा परिषद सचिव की ओर से इस मैसेज को वायरल कर दिया गया। साथ ही परिषद की ओर से अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन और प्रक्रिया पूरी करने की समय सारिणी भी परिषद की ओर से घोषित कर दी गई। जिसके बाद दिसंबर मंथ से ही ट्रांसफर के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

20 दिसंबर से शुरू होगी प्रक्रिया

परिषदीय स्कूलों में टीचर्स के अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया 20 दिसंबर 2019 से शुरू होगी। जो पूरे एक महीना चलेगी। अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए पात्र टीचर्स को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया संचालित होगी। 15 मार्च तक ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी करते हुए अंतिम सूची जारी करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। ट्रांसफर नीति जारी करने के साथ ही उनके नियम और शर्तो को भी जारी कर दिया गया है। जिनको पूरा करने वाले टीचर्स का ही आन लाइन आवेदन मान्य होगा। अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के अन्तर्गत आवेदन करने वाले टीचर्स के लिए अनुभव पात्रता भी लागू की गई है। जिसके आधार पर पुरुष टीचर्स के लिए न्यूनतम 3 वर्ष और महिला टीचर्स के लिए न्यूनतम 1 वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य किया गया है।

जून में जारी टीचर्स संख्या बनेगी रिक्तियों का आधार

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी की नीति के अनुसार जिलों में टीचर्स की रिक्तियों का आधार 17 जून 2019 के रिक्तियों की संख्या को ही माना जाएगा। इसके लिए सभी जिलों के बीएसए को निर्देश दिया गया है कि वह इसी तिथि तक मिली संख्या को परिषद की वेबसाइट पर रिक्त पदों की संख्या के रूप में अपलोड करें।

पांच जिलों का देना होगा आप्शन

अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए टीचर्स को पांच जिलों का विकल्प देना अनिवार्य होगा।

परिषद की ओर से जारी निर्देश के अनुसार टीचर्स को आनलाइन आवेदन के समय पांच अलग-अलग जिलों का विकल्प अनिवार्य रूप से भरना होगा।

विकल्प भरते समय एक जिले को एक से अधिक बार नहीं भरा जा सकेगा। टीचर्स को उनके द्वारा भरे गए जिले के पहले विकल्प या फिर जिले में रिक्त पद के आधार पर स्थानांतरण होगा।

किसी भी जनपद में स्वीकृत पदों के सापेक्ष वर्तमान में कार्यरत कुल टीचर्स की संख्या के 15 प्रतिशत की सीमा तक ही अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण किया जाएगा।

ऑन लाइन आवेदन के समय ही सभी जरूरी डाक्यूमेंट भी अपलोड करना अनिवार्य होगा।

शैक्षिक वर्ष में सिर्फ एक ही बार स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट एवं बलरामपुर में से प्रत्येक जिले में उतने ही टीचर्स का स्थानांतरण किया जाएगा।

जितने टीचर्स द्वारा अन्य जिलों से संबंधित जिलों में आएंगे।

मानक अंक

सेवा के प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए 01

दिव्यांग श्रेणी 10

गंभीर रोग 10

महिला शिक्षकाएं 05

दम्पत्ति के सरकारी सेवा में रहने पर 10

एकल माता पिता, विधवा, विधुर, तलाकशुदा

आदि कैटेगरी का प्रमाणपत्र देने पर 05

राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक 05

राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक 03

इन शर्तो को पूरी करना अनिवार्य

सामान्य पुरुष टीचर जो परमानेंट हों और तैनाती जनपद में न्यूनतम 3 वर्ष काम कर चुके हों

सामान्य महिला टीचर्स के लिए यह लिमिट एक साल रखी गयी है

दिव्यांग पुरुष टीचर्स के लिए अनुभव 3 वर्ष व महिला टीचर के लिए एक वर्ष मान्य

जिन टीचर्स का नियमित टीचर्स के रूप में नियमित भुगतान हुआ हो वही आवेदन कर सकते हैं

जिन टीचर्स के खिलाफ बीएसए के यहां कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई पेंडिंग होगी वे आवेदन नहीं कर सकेंगे

आवेदन प्रक्रिया

सिर्फ ऑनलाइन मोड में किये जा सकेंगे आवेदन 20 दिसंबर से होगी शुरुआत

20 जनवरी तक अध्यापकों के पास होगा आनलाइन आवेदन का मौका

21 जनवरी से शुरू होगा आवेदन पत्रों का परीक्षण/सत्यापन, 5 फरवरी तक चलेगा

06 फरवरी से शुरू होगी दावे, आपत्तियों की प्राप्ति व निस्तारण की प्रक्रिया 6 फरवरी अंतिम तिथि

15 मार्च को होगा ट्रांसफर लिस्ट का प्रकाशन

बेसिक शिक्षा परिषद के टीचर्स के अन्तर्जनपदीय ट्रांसफर की नीति जारी कर दी गई। उनके अनुसार ही ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

रेणुका कुमार

अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन

शासन से मिली मंजूरी के बाद सभी जिलों के बीएसए को टीचर्स के अन्तर्जनपदीय ट्रांसफर की नीति भेज दी गई है। 20 दिसंबर से प्रक्रिया की शुरुआत होगी।

रूबी सिंह

सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद