RANCHI: शिक्षा विभाग में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। डीईओ रजनीकांत वर्मा के लंबी छुट्टी पर जाने के साथ ही विभाग के चपरासियों और क्लर्को के तबादले का मामला गरम हो गया है। जानकारों का कहना है कि कुछ रसूखदारों ने तबादले की लिस्ट भी तैयार कर ली है। डीईओ के छुट्टी पर जाने के बाद आरडीडी अशोक शर्मा को प्रभार सौंपा गया है लेकिन उन्हें वित्त का प्रभार नहीं मिला है। इस कारण उन्हें फिलहाल तबादले का अधिकार नहीं है। लेकिन चर्चा तेज है कि वित्त प्रभार के प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए मंत्री नीरा यादव के पास भेजा गया है और प्रभार मिलने के साथ ही तबादले की लिस्ट जारी कर दी जाएगी।

गोटी सेटिंग की चर्चा तेज

तबादले की जो लिस्ट तैयार की गयी है उसमें प्राथमिक स्कूल के एक टीचर जिन्हें फिलहाल सिटी के एक मीडिल स्कूल के हेड का प्रभार सौंपा गया है, उनका काफी रसूख बताया जा रहा है। विभाग के लोगों का कहना है कि उन्हें विभागीय अधिकारी का खासा संरक्षण प्राप्त है। सरकारी स्कूलों में किताबों के वितरण के मामले में भी इनका नाम काफी सुर्खियों में रह चुका है लेकिन अधिकारियों की कृपा के कारण कार्रवाई के बदले उन्हें बेहतर स्थान पर पोस्टिंग दे दी गई।

12 तक डीईओ के लौटने की आस

डीईओ रजनीकांत वर्मा छुट्टी पर हैं लेकिन 12 दिसम्बर तक उनके कार्य पर वापस लौटने की अटकलें तेज हैं। उनके अवकाश पर जाने के कारण कर्मियों और कई स्कूलों के शिक्षकों का दिसम्बर माह का वेतन भी लंबित है। विदित हो कि कई स्कूल ऐसे हैं जहां हेडमास्टर हैं ही नहीं और बच्चों के बोर्ड की परीक्षा भी 20 फरवरी से घोषित हो चुकी है। ऐसे में शिक्षा का स्तर और अनुशासन का आंकलन लगाया जा सकता है ।

वर्जन

प्रधान सचिव के निर्देश के अनुसार स्थानांतरण किया जाना है। स्थापना समिति की स्वीकृति के बाद आरडीडी के अनुमोदन की बात है। डीईओ अवकाश पर हैं और मेरे पास वित्त प्रभार नहीं है। उनके अवकाश से लौटने के बाद ही प्रक्रिया संभव है।

अशोक शर्मा, आरडीडी