- मेट्रो मैन ने कहा पीआईबी की मंजूरी खास मायने नहीं रखती है

- लैड एक्यूजिशन के न होने से मेट्रो परियोजना हो रही प्रभावती

LUCKNOW: मेट्रो रेल परियोजना के लिए फिलहाल पीआईबी की मंजूरी कोई खास मायने नहीं रखती है। एलएमआरसी के पास पर्याप्त बजट की व्यवस्था है। वर्तमान में एक्यूजिशन की समस्या सामने आ रही है। लैड एक्यूजिशन की कार्रवाई न होने से परियोजना प्रभावित हो रही है। थर्स को मेट्रो मैन एलएमआरसी के प्रधान सलाहकार ई। श्रीधरन का ने कहा।

मंजूरी मिलने की प्रक्रिया जारी है

मेट्रो मैन ने एलएमआरसी अधिकारियों के साथ अभी तक के कार्यो की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बतया कि प्रोजेक्ट के लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड की मंजूरी न मिलना कोई खास इश्यू नहीं है। मंजूरी मिलने में हो रही देरी एक साधारण प्रक्रिया है। यहां इस प्रोजेक्ट के शुरू होने में अभी एक साल भी नहीं हुआ है। जबकि अन्य राज्यों में लंबे समय बाद पीआईबी की अनुमति मिल सकी थी। श्रीधरन ने कहा कि विदेशी ऋण लेने के लिए पीआईबी की मंजूरी जरूरी है। लेकिन प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल बजट की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में लैड एक्यूजिशन की कार्रवाई में हो रही देरी परियोजना को प्रभावित कर सकती है। लक्ष्य के मुताबिक समय काफी कम है। ऐसे में डिपो व स्टेशन के लिए आवश्यक भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई जल्द किया जाना जरूरी है।

फ्0 मार्च हो होगा टेंडर ओपन

फ्0 मार्च तक रोलिंग स्टॉक व सिग्नलिंग के लिए टेंडर ओपेन हो जाएंगे। जबकि प्राथमिक सेक्शन के लिए आवश्यक टेंडर अप्रैल महीने तक करा लिए जाएंगे। रेल कोच यानि रोलिंग स्टॉक व सिग्नलिंग के लिए मांगी गई निविदाओं की प्री बिड हो चुकी है। इसके लिए क्8 कंपनियों ने टेंडर ने दिया था। प्री बिड के बाद भ्-म् कंपनियों के बीच फाइनल टेंडर होंगे।

अगस्त से तेज होगा काम

कानपुर रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर में पियर पर यू गर्डर रखने का काम अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाएगा। सिविल कार्य साठ फीसदी होने के बाद जुलाई-अगस्त महीने से गर्डर, ट्रैक व टै्रक्शन में तेजी आएगी। वर्तमान में आठ किमी में म्म्फ् पाइल, फ्क् पाइल कैप, क्फ् पियर व म् यू गर्डर बन चुके हैं। इसके अलावा पांच स्टेशनों पर पाइलिंग वर्क भी शुरू हो चुका है। निदेशक ने बताया कि गर्डर यानि की जिस पर ट्रैक रखा जाएगा और मेट्रो रेल जिस पर चलेगी। इसे अप्रैल के आखिरी सप्ताह में रखे जाने का लक्ष्य रखा गया है। ट्रैक व टै्रक्शन के लिए कुल तीन टेंडर इस महीने में होंगे।