सभी सवारी वाहनों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे और वीटीएस, परिवहन विभाग करेगा निगरानी

वाहनों में वीटीएस और कैमरों की जांच के बाद ही मिलेगा फिटनेस सर्टिफिकेट

Meerut। परिवहन विभाग सिटी बसों के बाद अब शहर में चलने वाली टैक्सी, कैब व अन्य सवारी वाहनों में भी यात्रियों का सफर पूरी तरह सुरक्षित करने का प्लान बना रहा है, जिसके तहत विभाग वाहनों की फिटनेस के साथ-साथ वाहनों की निगरानी का काम भी करेगा। इसके तहत कमर्शियल सवारी वाहन में सीसीटीवी कैमरे के साथ साथ वीटीएस लगाया जाएगा। ताकि शहर के सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाले वाहन परिवहन विभाग की निगरानी में हों और इमरजेंसी के दौरान लोगों को तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।

अब टैक्सी भी होगी सेफ

दरअसल, निर्भया कांड के बाद सरकार ने बसों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रदेश स्तर पर सभी प्रकार की बसों में पैनिक बटन और सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य कर दिए थे। जिसके तहत मेरठ में संचालित सिटी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इसके अलावा वाहनों की लोकेशन जानने के लिए वीटीएस यानि व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम भी लागू किया गया था। अब यही सिस्टम शहर या शहरों से बाहर संचालित होने वाली टैक्सी, कैब, ऑटो आदि वाहनों में लगाने की योजना बनाई जा रही है।

खुफिया कैमरों से निगरानी

परिवहन विभाग की इस योजना के तहत सभी प्रकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों में अब कैमरे लगाए जाएंगे लेकिन ये कैमरे खुफिया यानि छिपे हुए रहेंगे, जिससे सवारी को न पता चले कि कहां से उनकी निगरानी की जा रही है। साथ ही साथ सभी वाहनों की लोकेशन पर निगरानी के लिए वीटीएस अनिवार्य होगा। ताकि वाहनों की लोकेशन को इमरजेंसी के समय में तुरंत ट्रैस कर वहां मदद पहुंचाई जा सके। शहर में चलने वाले सभी वाहनों का इस सिस्टम के तहत ट्रैकिंग की जाएगी।

बनेगा कंट्रोल रुम

अभी तक मुख्यालय स्तर तक जो योजना बनाई गई है, उसके तहत कैमरों और वीटीएस की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रुम बनाया जाएगा। जिसमें आरटीओ में रजिस्टर्ड प्रत्येक सवारी वाहन का रिकार्ड दर्ज होगा। साथ ही वाहन की लोकेशन, सवारी की डिटेल समेत चालक का रिकार्ड भी रखा जाएगा।

आरटीओ करेगा वीटीएस की जांच

इस व्यवस्था में वीटीएस और कैमरे को लगाने की जिम्मेदारी आरटीओ विभाग की रहेगी। फिटनेस के लिए आने वाले वाहनों में स्पीड गर्वनर की तर्ज पर वीटीएस और कैमरों की जांच की जाएगी। उसके बाद वाहन को फिटनेस सर्टिफिकेट मिलेगा। यदि वीटीएस और कैमरे अपडेट नहीं होंगे तो फिटनेस नहीं मिलेगी।

अभी मुख्यालय स्तर पर इस विषय में मंथन किया जा रहा है। पूरी योजना बनने के बाद कार्ययोजना के आधार पर इस पर काम को शुरू किया जाएगा। सीएल निगम, आरआई टेक्निकल