मैराथन का किया गया आयोजन, वायु सेना दिवस पखवारा का समापन

ALLAHABAD: भारतीय वायु सेना का 86वां स्थापना दिवस बम्हरौली स्थित मध्य वायु कमान मुख्यालय में पूरे जोश, उत्साह व शान के साथ मनाया गया। इस दौरान वीर व जांबाज वायु योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा करते हुए प्राणों की आहुति दे दी।

मैराथन के साथ हुई थी शुरूआत

वायु योद्धाओं के मैराथन के साथ स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत हुई। इसमें सभी कार्मिक एवं उनके परिजन शामिल हुए। मेक इन इंडिया की तर्ज पर 'एक नवोन्मेषी मेला' भी आयोजित किया गया। पखवाड़े भर चलने वाले कार्यक्रम का समापन सोमवार को पुष्पांजलि एवं शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुआ।

मध्य कमान मुख्यालय के परिसर में स्थित युद्ध स्मारक पर एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी वायु अफसर कमांडिंग-इन-चीफ मध्य वायु कमान ने उन जांबाज वायु योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मध्य वायु कमान के सभी कार्मिक शामिल हुए। मध्य वायु कमान के कमांडिंग इन चीफ ने कहा कि 08 अक्टूबर 1932 को अस्तित्व में आयी भारतीय वायु सेना शालीनता के साथ लम्बी दूरी तय करते हुए आज की स्थिति में विश्व की सर्वश्रेष्ठ, सर्वशक्तिमान तथा दुर्जेय वायु सेनाओं में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, रक्षा राज्य मंत्री तथा वायु सेनाध्यक्ष द्वारा जारी सन्देश पढ़कर सुनाए गए।