- साल 2019 में पैसेंजर्स एमिनिटीज के लिए हुए काफी काम

- अब ट्रैक ट्रिपलिंग के साथ ही इलेक्ट्रिफिकेशन को भी हरी झंडी

- पूरे एनई रेलवे जोन में दौड़ेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन

GORAKHPUR: रेल का सफर सुहाना ही नहीं बल्कि आराम भरा भी होता है। पैसेंजर्स जहां रेलवे से उम्मीदें लगाए हुए हैं, वहीं रेलवे भी हर उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश में लगी है। यही वजह है कि बीते साल में जहां पैसेंजर्स के लिए सुविधाओं का पिटारा खुला है, तो वहीं आने वाले साल में बेहतर करने की कवायद भी शुरू हो चुकी है। पैसेंजर्स एमिनिटीज हों, स्टेशन का लुक हो या फिर ट्रेंस के रेक और उसमें बैठने की व्यवस्था, हर फील्ड में एनई रेलवे ने काम किया है और उनकी कोशिश भी यही है कि लोगों के लिए और भी बेहतर व्यवस्था की जाए, जिससे कि वह दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म वाले स्टेशन पर व‌र्ल्ड क्लास फैसिलिटी प्रोवाइड करा सकें।

पैसेंजर्स एमिनिटीज पर काफी जोर

2018 में एनई रेलवे का सबसे ज्यादा ध्यान और फोकस बेसिक सर्विस प्रोवाइड कराने पर ही रहा है। पैसेंजर्स एमिनिटीज के लिए यहां काफी कुछ काम कंप्लीट हो चुके हैं, तो वहीं कुछ वर्क प्रोग्रेस में हैं, जिसकी सौगात पैसेंजर्स को आने वाले साल में मिलेगी। जहां वेटिंग हॉल को अपग्रेड किया जा रहा है, तो वहीं प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर भी एक बड़ा हैंगिंग वेटिंग हॉल तैयार कर दिया गया है, जिससे कि पैसेंजर्स को कठाके की ठंड में ठिठुरना न पड़े। वहीं डॉरमेट्री और वेटिंग रूम्स को होटल जैसा अपग्रेड किया गया है, जिससे कि पैसेंजर्स को जंक्शन पर ही ठिकाना मिल जाए और उन्हें ठहरने की जगह तलाशने के लिए कहीं बाहर न जाना पड़े।

एप पर आया मोबाइल टिकट

पैसेंजर्स को भारी भीड़ और लंबी लाइन से आजादी दिलाने के लिए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने मोबाइल पर ही ई-टिकट बुक करने की फैसिलिटी भी शुरू कर दी है। अन-रिज‌र्व्ड टिकट के लिए मोबाइल एप डेवलप किया गया है, जिससे कि पैसेंजर्स अपने मोबाइल से टिकट आसानी से खरीद सकते हैं और उन्हें न तो रेलवे स्टेशनों पर लगने वाली लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है और न ही इस कड़ाके की ठंड में सिर्फ टिकट लेने के लिए स्टेशन ही जाना पड़ रहा है। विंडो जनरल टिकट की तरह ही इसमें भी एडवांस टिकट लेने का ऑप्शन अवेलबल है।

38 ट्रेंस में शुरू हुई साइड वेंडिंग

ट्रेन में सफर के दौरान कई ट्रेंस में भूख मिटाने का इंतजाम नहीं है। जिन स्टेशनों पर गाडि़यां रुकती थीं, वहां अवैध वेंडर्स चढ़कर पैसेंजर्स को मनमाने दाम में खाने-पीने का सामान मुहैया कराते थे। बीच रास्ते में ही उतर जाने की वजह से इन पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती। इस परमानेंट प्रॉब्लम का सॉल्युशन देते हुए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन 38 ट्रेंस, जिसमें पेंट्रीकार की फैसिलिटी नहीं है, उनमें आईआरसीटीसी के जरिए साइड वेंडिंग शुरू करा दी है। इससे पैसेंजर्स अपने पसंदीदा खाने को ऑनलाइन ही ऑर्डर कर सकते हैं और उन्हें निर्धारित स्टेशन पर खाने की डिलेवरी मिल जा रही है।

प्लेटफॉर्म पर भी भरपूर सुविधाएं

पैसेंजर्स को बेहतर फैसिलिटी प्रोवाइड कराने के लिए एनई रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टेशन पर भी सुविधाओं को बेहतर किया है। एनई रेलवे ने डिफरेंट स्टेशंस पर 17 लिफ्ट और 24 एस्केलेटर इंस्टॉल किए हैं, वहीं 14 लिफ्ट और 2 एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं। स्टेशंस पर 61 नए फुट ओवर ब्रिज बनाने के साथ ही प्लेटफॉर्म को भी अपग्रेड किया गया है। वहीं सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिए ट्रैक रिन्यूअल कराया जा रहा है। पुराने सिगनलिंग बॉक्सेस को चेंज किया जा रहा है। वहीं 15 ट्रेंस के 23 रेक को आईसीएफ से एलएचबी में कनवर्ट कर दिया गया है।

यह भी सुविधाएं हुई हैं बेहतर

- बेहतर अनाउंसमेंट के लिए गोरखपुर और लखनऊ स्टेशंस पर रेल डिस्प्ले नेटवर्क लगाया गया है।

- देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एनई रेलवे के लखनऊ जंक्शन से चलाई गई।

- एंप्लाइज और रेलवे के काम को स्पीड देने के लिए एचआईएमएस, एचआरएमएस, यूएमआईडी, ई-ऑफिस, ई-लाइब्रेरी और ई-डैस जैसी डिजिटल फैसिलिटी शुरू की गई है।

- ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ की मॉनीटरिंग के लिए सफाई एप डेवलप किया गया है।

- 57 ट्रेंस में ओबीएचएस फैसिजिलटी अवेलबल कराई गई है।

- 90 परसेंट ट्रेंस में बायो टॉयलेट इंस्टॉल किए गए हैं।

- सभी स्टेशन, रेलवे कैंपस में एलईडी लाइट्स लगाई गई है।

इलेक्ट्रिफिकेशन एक नजर

यह प्रोजेक्ट हुए कंप्लीट

- वाराणसी-इलाहाबाद

- औडि़हार-जौनपुर

- कप्तानगंज-थावे

- मथुरा-फर्रुखाबाद

- कन्नौज-कल्याणपुर

- मनकापुर-कटरा-अयोध्या

2020 में इलेक्ट्रिफिकेशन टारगेट

- राजापट्टी-छपरा कचहरी

- भटनी-औडि़हार

- फेफना-इंदारा

- मऊ-शाहगंज

- सलेमपुर-बरहजबाजार

- दुरौंधा-महाराजगंज-मसरख

- डालीगंज-सीतापुर

- कासगंज-बरेली

2019 में कंप्लीट परियोजनाएं

- हरदत्तपुर-कछवा - डबलिंग

- राजातालाब-हरदत्तपुर - डबलिंग

- थावे-राजापट्टी - डबलिंग

- मंधना-ब्रहमवर्त - गेज कनवर्जन

- ऐशबाग-लखीमपुर - गेज कनवर्जन

- छपरा ग्रामीण-खैरा - बाईपास

- मंडुआडीह-कच्छवा रोड - डबलिंग

- मंडुआडीह-लोहता - बाईपास

2020 में टारगेट

- छपरा-औडि़हार - डबलिंग

- कच्छवा रोड-जंगीगंज - डबलिंग

- बुढ़वल-मुंडा गोपाल - डबलिंग

- गोरखपुर-नकहा जंगल - डबलिंग

- गोरखपुर-कुसम्ही - थर्ड लाइन

- लखीमपुर-मैलानी - गेज कनवर्जन

- पीलीभीत-शाहजहांपुर - गेज कनवर्जन

- औडि़हार-डोभी - डबलिंग

एनईआर एक नजर

कुछ रेल रूट - 3477.05 किलोमीटर

स्टेशन - 505

गाडि़यां - 332

वर्जन

रेलवे पैसेंजर्स के लिए बेहतर वर्क कर रहा है। काफी काम 2019 में कंप्लीट किए गए हैं। नेक्स्ट इयर का टारगेट भी सेट है। सभी वर्क को टाइमली कंप्लीट भी कर लिया जाएगा।

- पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे