PATNA : पर्यटकों को सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन विभाग ने अक्टूबर, 2018 में राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर पर्यटन सूचना केन्द्र खोला गया। इस केन्द्र को खोलने में विभाग द्वारा लगभग एक करोड़ पच्चीस लाख रुपए खर्च किए। मगर प्रचार- प्रसार के अभाव में केन्द्र सन्नाटा छाया हुआ। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब पड़ताल किया तो पता चला पिछले 60 दिनों में 40 पर्यटक भी जानकारी लेने नहीं पहुंचे। स्पेशल स्टोरी में पढि़ए पर्यटन सूचना केन्द्र राजेन्द्र नगर का सच

बुलाकर देते हैं जानकारी

नाम न छापने के शर्त पर पर्यटन विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर प्रचार प्रसार के अभाव में पर्यटक नहीं पहुंच रहे हैं। केन्द्र के ऊपर बने गेस्ट हाउस में आने वाले यात्रियों को बुला बुला कर पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाती है। रिपोर्टर ने जब विजिटर बुक को चेक किया तो पता चला 29 अक्टूबर से अब 40 विजिटर भी यहां जानकारी लेने नहीं पहुंचे। पर्यटन विभाग भले सवा करोड़ रुपए खर्च कर भवन निर्माण किया हो मगर कार्यालय प्राइवेसी की कोई व्यवस्था नहीं है। एक डाटा ऑपरेटर और एक टूरिज्म ऑफिसर के हवाले कार्यालय चल रहा है। पर्यटन विभाग के कर्मचारियों की माने तो कार्यालय के उपर रेलवे का गेस्ट हाउस बना है जिस वजह से यात्री उपर नीचे करते हैं। जिससे प्राइवेसी खत्म हो रही है।