- शहर की गली-गली में बिक रही है सिगरेट

- सिटी में सिगरेट की थोक की दुकानें करीब 30

- रोजाना हो रही है बिक रहे हैं 35 से 40 हजार पैकेट

Meerut : प्रदीप गोयल एक कंपनी में मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव हैं। उनकी क्भ् हजार रुपए हैं। वह स्मोकिंग करते हैं और रोजाना ख्0 सिगरेट पी जाते हैं। इस तरह से उनकी एक तिहाई सैलरी हर महीने धुएं में उड़ रही है। यह तो महज एग्जाम्पल है। ऐसे लाखों लोग हैं जो रोजाना सिगरेट की लत पर बड़ी रकम खर्च कर देते हैं। जिसकी वजह से शहर में सिगरेट की बिक्री का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सरकार द्वारा वैट टैक्स में बढ़ोतरी किए जाने के बाद सिगरेट महंगी हुई, लेकिन बिक्री पर बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा।

ब्0 लाख रुपए की बिक्री

सिगरेट से होने वाले नुकसान को लेकर सरकार भले ही लोगों को लाख जागरुक करने की कोशिश करे, लेकिन नशाखोरी कम होने के बजाय बढ़ रही है। जिले में रोजाना ब्0 लाख रुपए के सिगरेट और बीड़ी की बिक्री हो रही है। इनमें सबसे ज्यादा डिमांड सिगरेट की है। होल सेलर्स बताते हैं कि सिगरेट के मार्केट में सीमित ब्रांड हैं, लेकिन इनकी डिमांड बहुत ज्यादा है।

महंगाई भी कम नहीं कर पाई दीवानगी

सरकार द्वारा चालीस फीसदी वैट टैक्स में बढ़ोत्तरी किए जाने के बाद सिगरेट के दाम तेजी से बढ़े हैं, लेकिन इससे बिक्री पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। लोग अपना नशा पूरा करने के लिए बढ़े हुए दाम देने को भी तैयार हैं। सिगरेट में तो फ् रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई है। जिससे सरकार का रेवेन्यू भी बढ़ा है। दुकानदार कहते हैं कि महंगाई के चलते कुछ लोगों ने जरूर नशा छोड़ा है, लेकिन उससे ज्यादा संख्या उन टीन एजर्स की है जो नशे की लत का शिकार हो रहे हैं।

यह है चिंता का सबब

तंबाकू उत्पाद बेचने वाले थोक व्यापारी आलोक गुप्ता की मानें तो इस धंधे में ग्राहकों को बुलाना नहीं पड़ता है। वह खुद ही चले आते हैं, लेकिन चिंता का सबब है टीन एजर्स का नशे का शिकार होना। वह बताते हैं कि क्फ् से क्7 साल की उम्र के बच्चों में सिगरेट की लत तेजी से बढ़ रही है। अपना स्टेटस सिंबल मेंटेन करने और शोऑफ के चक्कर में वह शौकिया स्मोकिंग करते हैं और धीरे-धीरे एडिक्ट होने लगते हैं। शुरुआत में वह दस से पंद्रह रुपए की महंगी सिगरेट पीते हैं, लेकिन नशे का शिकार होने के बाद 7 रुपए वाली सस्ती सिगरेट पीने से भी नहीं हिचकते हैं।

फैक्ट फाइल

- शहर में सिगरेट की रोजाना बिक्री ब्0 लाख रुपए।

- जिले स्मोकिंग करने वाले लोगों की संख्या फ्भ् फीसदी।

- जिले में कुल लोगों में से युवाओं में स्मोकिंग करने वालों की संख्या ब्0 फीसदी।

- क्फ् से क्7 वर्ष के टीन एजर्स में सिगरेट की बढ़ रही लत।

- फेमस ब्रांड की सिगरेट की कीमत 7 से क्ख् रुपए तक।

- एक्स्ट्रा लार्ज सिगरेट की कीमत क्8 से ख्0 रुपए तक।

तंबाकू और सिगरेट के दाम बढ़ने के बाद नशा करने वालों की संख्या में थोड़ी कमी जरूर आई है, लेकिन बिक्री के ग्राफ में बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। शहर का प्रत्येक होल सेलर दिनभर में हजारों की बिक्री करता है। यह माल पार्चून की दुकान से लेकर पान की दुकानों पर बेचा जाता है।

- आलोक गुप्ता, होल सेलर

शहर में सिगरेट की बिक्री बड़े पैमाने पर होती है। रोजाना लाखों रुपए का मार्केट है। खासकर युवाओं में सबसे ज्यादा सिगरेट पीने की लत दिखाई दे रही है। हर दुकान में युवा ही सिगरेट ही दिखाई देता है।

- प्रवीण सिंह, होल सेलर

जब भी कोई यूथ कोई आता है तो क्ख् रुपए से कम सिगरेट की डिमांड नहीं करता है। कोई कोई तो उससे भी ऊपर की सिगरेट डिमांड करता है। वैसे सबसे ज्यादा क्0 रुपए से क्ख् रुपए तक की सिगरेट सबसे ज्यादा बिकती है।

- राकेश कुमार, रिटेल सेलर

क्लीनिक में आने वाले अस्थमा और सीओपीडी के कुल मरीजों का एक बड़े हिस्से के बीमार होने का मुख्य कारण स्मोकिंग है। चिंता की बात यह है कि इनमें यंगस्टर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। कम उम्र में नशे की लत में पड़ने के कुछ साल बाद इसका असर दिखने लगता है।

- डॉ। सुभाष सिंह, सीएमएस, मेडिकल कॉलेज