- रोजाना बढ़ गई शिकायतें, 24 घंटे हो रही निगरानी

- अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई से लेकर राहत तक की जिम्मेदारी

केस एक

सर मेरी बहन हॉस्टल में रहती है। आप से अनुरोध है कि हॉस्टल के ऑनर को इस बात का निर्देश दे दीजिए कि वह प्रापर फूड व अन्य व्यवस्था उपलब्ध कराते रहें। यदि ऐसा न हो सके तो गांव जाने के लिए पास उपलब्ध करा दीजिए।

यूपी पुलिस को विवेकानंद का ट्वीट

केस दो

सर हमने एक चेक बैंक रोड मेन ब्रांच एक्सिेस बैंक में जमा कराया था। हमको रुपए लेने जाना है। लॉकडाउन में क्या करें। मुझे सलाह दें।

यूपी पुलिस को विनय विश्वकर्मा का ट्वीट

केस तीन

धानी निवासी अशोक पांडेय को दवा चाहिए। उनकी दवा का कोई प्रबंध कराइए। आप के हेल्प की जरूरत है।

यूपी पुलिस को मनीष विश्वकर्मा का ट्वीट

लॉकडाउन में यूपी पुलिस का ट्वीटर हैंडल भी लोगों की मददगार साबित हो रहा है। रोजाना मदद के लिए कुछ ऐसे ही ट्वीट आ रहे हैं, जिन पर अमल करते हुए पुलिस मदद के हाथ बढ़ा रही है। इसलिए लॉकडाउन में किसी मुसीबत पर ट्वीटर की मदद भी ली जा सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हम अपने मौजूदा संसाधनों से पब्लिक की हेल्प कर रहे हैं। ट्वीटर पर मांगे जाने वाली हेल्प के लिए संबंधित थाना और सर्किल आफिसर को केसेज टांसफर दिए जाते हैं।

ट्वीटर पर भी एक्टिव पुलिस, दे रही राहत

यूपी पुलिस के ट्वीटर एकाउंट पर होने वाली हर ट्वीट पर पुलिस की नजर है। सोशल मीडिया पर किसी तरह की अफवाह से लेकर लोगों की गुहार तक की निगरानी हो रही है। यूपी पुलिस के ट्वीटर एकाउंट की अपील को संबंधित जिलों की पुलिस हैंडल कर रही है। गोरखपुर में इसके लिए पीआरओ सेल के सोशल मीडिया सेल में तैनात कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसे इंस्पेक्टर संजय मिश्रा लीड कर रहे हैं।

10 से अधिक लोग कर रहे ट्वीट

कोरोना के कारण गोरखपुर पुलिस ट्वीटर और फेसबुक पर नजर रख रही है। 24 घंटे की तीन शिफ्ट में ड्यूटी पर पुलिस कर्मचारी तैनात हैं। हर ट्वीट की निगरानी करते हुए उसके बारे में संबंधित लोगों तक सूचना फारवर्ड कर ?कार्रवाई का ब्यौरा मांगते हैं। रोजाना कार्रवाई का वितरण तलब होने से संबंधित थानों के पुलिस कर्मचारी कार्रवाई कर तत्काल अवगत कराते हैं। सोशल मीडिया विंग से जुड़े पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि आमतौर पर तीन-चार ट्वीट होते थे। लेकिन कोरोना में इसे जुड़े ट्वीट ज्यादा बढ़ गए हैं। रोज का औसत 10 पार कर गया है।

हर ट्वीट पर नजर रखी जा रही है। लॉकडाउन से संबंधित ट्वीट के अतिरिक्त क्राइम, अफवाहों से संबंधित हर मामले पर नजर रखी जा रही है। कोरोना के कारण ट्वीट की संख्या बढ़ गई है। औसतन 10 शिकायतें रोजाना आ रही है।

संजय मिश्रा, इंस्पेक्टर, प्रभारी मीडिया सेल