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DEHRADUN: केदारनाथ के लिए हेली सेवा में टिकट बुकिंग के बंटवारे का पेच फंस गया है. सरकार ने हेली किराए के रेट की टेंडरिंग के बाद कंपनियों के सामने 70-30 के रेश्यिों में टिकिट बुकिंग की शर्त रख दी. इससे टेंडरिंग क्वालीफाई करने के बाद दो हेली कंपनियां तो सेवा शुरू होने से पहले ही भाग गई. बची सात कंपनियां भी इस इश्यू को लेकर अभी परेशान हैं. ट्यूजडे को इस मसले पर सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने दून में हेली कंपनियों के प्रतिनिधियों संग बैठक बुलाई थी, जिसमें 7 में से सिर्फ 1 ही कंपनी का प्रतिनिधि पहुंचा. बैठक बेनतीजा रही. दूसरी तरफ केदारनाथ के लिए हेली सेवा शुरू करने से पहले डीजीसीए की टीम ने फांटा,सेरसी और गुप्तकाशी में हेलीपैड का इंस्पेक्शन शुरू कर दिया. इंस्पेक्शन तीन दिन चलेगा. सब कुछ ठीक रहा तो तीसरे दिन डीजीसीए से उड़ान शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी.
बुकिंग के बंटवारे को लेकर कलह:
टेंडर प्रक्रिया में पास हुई हेली कंपनियों को सरकार ने बुकिंग को लेकर पैरामीटर तय किए हैं. 70 प्रतिशत बुकिंग ऑन लाइन और 30 प्रतिशत ऑफलाइन करनी होगी. चर्चा है कि हेली कंपनियों की मनमानी पर लगाम के लिए ऑन लाइन होने वाली बुकिंग का किराया पहले सरकारी खाते में जाएगा. फिर सरकार हेली कंपनियों को पेमेंट करेगी. हेली कंपनियां इस पर खुलकर तो कुछ नहीं बोल रही , लेकिन इसे कैरिज एक्ट 1935 का उल्लंघन बना अंदरखाने विरोध कर रही है. चर्चा है कि इसी विवाद को दूर करने के लिए ट्यूजडे को दून में मीटिंग बुलाई गई थी, जो नहीं हो पायी.
26 के बाद बुकिंग का बंटवारा:
बुकिंग का बंटवारे को लेकर चर्चा है कि सरकार ने शुरूआत में सभी कंपनियों को खुद ही पूरी बुकिंग करने की छूट दी है. ताकि एक बार हेली सेवा शुरू हो जाए. 26 मई से टिकट बुकिंग का डिवाइडेशन कर दिया जाएगा. इसी डिवाईडेशन को लेकर हेलीकंपनियां चिंता में हैं. उन्हें डर है कि बुकिंग का 70 प्रतिशत अमाउंट पहले सरकार के खाते में जाएगा, फिर उन्हें मिलेगा. ऐसे में हवाई सेवा के दौरान कोई गलती या लापरवाही हुई तो पेमेंट फंसने का खतरा बना रहेगा.
2 कंपनियां उड़ान से पहले ही भागी:
सिविल एविएशन विभाग ने चार दिन पहले हेली सेवाओं के रेट्स को लेकर टेंडर निकाला था. 9 कंपनियों ने केदारनाथ और एक ने हेमकुंड साहिब के लिए टेंडर फाइट किया था. केदारनाथ के लिए जिन 9 हेली कंपनियों को अनुमति मिली,उन्हें 12 मई तक सहमति देनी थी.लेकिन उड़ान शुरू होने से पहले ही दो कंपनियां असहमत होकर बाहर हो गई. ऐसे में अब केदारनाथ के अब सिर्फ 7 हेली कंपनियां सहमत है. इनकी सहमति भी बुकिंग के बंटवारे को लेकर विवादों में आ सकती है.
7 कंपनियां उड़ने को तैयार:
- आर्यन एविएशन
- पवन हंस
- एयरो एविएशन
- यूटी एयर
- थुंबी एविएशन
- इंडोकॉप्टर
- हिमालयन एविएशन
- 2 कंपनियां भागी
- ग्लोबल विक्ट्रा
- डेक्कन एविएशन
- 1 कंपनी टेक्नीकल बिड में बाहर
- ट्रांस भारत
तीन जगह से होगी उड़ान
- फांटा
- सेरसी
- गुप्तकाशी
किराया
- 2399 रुपए
- 2470 रुपए
- 4275 रूपए
हेलीपेड
4
3
2
हेलीकॉप्टर
7
एक दिन में कितनी उड़ान संभव
5
4
3
मौजूदा कंपनियां दिन भी सेवा संचालित करेंगी तो 32 उड़ान एक दिन में संचालित हो सकती हैं.