-पूर्व प्रधान, पिता, दो भाइयों समेत पांच के खिलाफ दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट

-आरोप, उधार की रकम न मिलने पर बंधक बनाकर पीटा था, मर्डर कर ट्रैक पर फेंकी बॉडी

<-पूर्व प्रधान, पिता, दो भाइयों समेत पांच के खिलाफ दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट

-आरोप, उधार की रकम न मिलने पर बंधक बनाकर पीटा था, मर्डर कर ट्रैक पर फेंकी बॉडी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: झूंसी के अंदावा में रविवार को पूरे परिवार के साथ एक सुसाइड करने के मामले में नया मोड़ आ गया। सोमवार को राजेश साहू के छोटे भाई राकेश ने कटका गांव के पूर्व प्रधान, उसके पिता व भाइयों समेत पांच के खिलाफ मर्डर की एफआईआर दर्ज करवा दी। आरोप है कि उधार दिए गए ख्0 हजार रुपए पर ब्याज जोड़कर पांच लाख रुपए लौटाने का दबाव डाला गया व न देने पर पूरी फैमिली का मर्डर कर बॉडी को सुसाइड का रूप देने के लिए रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। एफआईआर सोमवार शाम को दर्ज की गई।

बंधक बनाकर पीटा था

राजेश के सबसे छोटे भाई राकेश का कहना है कि राजेश ने कई साल पहले कटका के पूर्व प्रधान राजित राम यादव से ख्0 हजार रुपए उधार लिए थे। वह कई साल तक रुपए लौटाता रहा लेकिन ब्याज की रकम बढ़ती चली गई। माली हालत खराब होने से राजेश बाद में किस्त भी नहीं दे पाया। इसके बाद उसे धमकी दी जाने लगी। क्9 सितंबर को राजित ने पिता हीरालाल, भाई रमेश उर्फ वीरेंद्र यादव, नीरज यादव व कटका के ही मनोज ने राजेश व उसकी पत्‍‌नी गीता को घर से उठा लिया। दोनों को गांव में ले जाकर बुरी तरह पीटा गया। धमकी दी थी कि अगर उसने रविवार को पांच लाख रुपए नहीं लौटाए तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। भाई रुपए नहीं जुटा पाया तो पूर्व प्रधान ने भाइयों व पिता के साथ मिलकर राजेश, उसकी पत्‍‌नी गीता, बेटे आदर्श, सोनू व निखिल का मर्डर करने के बाद बॉडी को इलाहाबाद-वाराणसी ट्रैक पर फेंक दिया। पांचों की बॉडी ट्रेन की चपेट में आते से तितर बितर हो गई थी।

अचानक से सामने आया भाई

राजेश की मौत को लेकर छोटा भाई राकेश अचानक से सामने आया। कल तक वह खामोश था। सोमवार को वह तहरीर लेकर पहुंचा और मर्डर का आरोप लगया। जबकि परिस्थितियां और मौके पर मिले दोने व पानी की बोतल से यह आशंका जताई जा रही थी कि राजेश ने सभी को कुछ नशीला पदार्थ खिलाने के बाद ट्रैक पर लिटा दिया था। जिस कारण सभी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।

खाने का राज अब नहीं खुलेगा

पोस्टमार्टम में राजेश, गीता, आदर्श, सोनू व निखिल के मौत की वजह सिर की चोट व कोमा में जाना बताया गया है। हालांकि एक का सिर कट गया था। मौत से पहले बच्चों व पत्‍‌नी को क्या खिलाया गया था, यह अब शायद पता न चल सके। डॉक्टरों का कहना है कि जहरीली चीज खिलाए जाने के लक्षण न मिलने से विसरा प्रिजर्व नहीं किया गया। विसरा प्रिजर्व किया जाता तो यह पता चल जाता कि कौन सा नशीला पदार्थ खाने में मिलाया गया था। शाम को फैमिली वालों ने पांचों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। मुखाग्नि राजेश के छोटे भाई राकेश ने दी।

कमिश्नर डीआईजी पहुंचे गांव

कमिश्नर राजन शुक्ला व डीआईजी भगवान स्वरूप सोमवार को राजेश के पुश्तैनी मकान झूंसी के हरिहरबन गांव गए। ऑफिसर्स ने कहा कि राजेश के फैमिली की मौत की जांच एसडीएम फूलपुर राजकुमार द्विवेदी कर रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद उनकी मौत के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोकल पुलिस को आर्डर दिया कि फैमिली की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए। अगर फैमिली को कोई धमकाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

साहिल का होगा क्या

यह तो साफ है कि राजेश ने कई लोगों से रुपए उधार लिए थे। रुपए के लिए उसे और कौन-कौन परेशान करता था, इस बात की जानकारी पुलिस को नहीं हो सकी है। रविवार को हादसे के बाद राजेश के जेब से पुलिस को एक पर्ची मिली थी। इसमें बबलू साहू की जमीन व बाद का लेनदेन लिखा है। इसमें लिखा है कि क्9.9.क्ख् को क्0ख्00 रुपए दिया, ख्क्.क्0.क्ख् को फ्8000 रुपए देना है। इसके बाद लिखा है कि फ्0 हजार रुपए दिया गया। फ्0.9.क्ख् को साहिल ने सिग्नेचर किया है। ख्0 हजार रुपए क्ब्.क्0.क्ख् व ख्0 हजार रुपए ख्क्.क्0.क्ख् को दिए गए। सभी जगह साहिल का सिग्नेचर है। इसके बाद क्0 हजार व ख्भ् हजार रुपए का हिसाब भी लिखा है लेकिन नाम वाला हिस्सा फटा हुआ है।

अभी ड्राइवर का नहीं हुआ बयान

पांच की मौत के मामले में अभी पटना सिकंदराबाद एक्सप्रेस के ड्राइवर का रेलवे में बयान नहीं हुआ है। जीआरपी को बयान के संदर्भ में सोमवार शाम तक कोई इन्फार्मेशन नहीं मिली थी। झूंसी के प्रभारी एसओ सीबी सिंह का कहना है कि अभी ड्राइवर का बयान नहीं लिया जा सका है। बयान के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी।

इन सवालों के जवाब ढूंढना होगा

-अगर मर्डर का मामला है तो पुलिस की थ्योरी, स्पॉट के हालात अलग-अलग क्यों

-भाई कल तक राजेश के घर जाता नहीं था, उसे अचानक इतनी जानकारी कैसे मिल गई

-बच्चों व पत्‍‌नी को राजेश ने कैसे सुसाइड के लिए राजी कर लिया

-बच्चों को पकड़ा नहीं गया था तो उन्होंने भागने की कोशिश क्यों नहीं की

-सभी शव पटरियों पर अलग-अलग जगह कैसे पहुंचे

-राजेश सुसाइड करने पहुंचा था तो ट्रैक के पास दोने व पानी की बोतल कहां से आई

-क्या मौत से पहले सभी ने नाश्ता किया था। नाश्ता करने के बाद क्यों ट्रेन के सामने कूदे

-पुलिस ने मौके से मिले दोनों में रखी खाने की चीज को जांच के लिए क्यों नहीं भेजा

इससे यह राज खुल सकता था कि खाने में कुछ मिलाया गया था या नहीं।

-विसरा भी क्यों नहीं प्रिजर्व किया गया।