RANCHI: खेलगांव थाना क्षेत्र के गाड़ीगांव स्थित पाहन टोली में स्थानीय युवकों ने रविवार को दो पशु तस्करों को खदेड़कर धर दबोचा। दोनों संदिग्धों से पूछने पर उन्होंने बताया कि वे लोग पशु तस्करी के कारोबार में संलिप्त हैं। इन्हें पकड़ने वालों में विश्वजीत गोप, प्रमोद, अनीश, रमेश, विवेक, विकास समेत कई युवक शामिल रहे। बाद में मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद खेलगांव थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पशु तस्करों को अपनी कस्टडी में ले लिया। गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने चार गाय और दो बैल भी बरामद की है। एक तस्कर पुलिस को चकमा देकर मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसमें गाड़ी गांव निवासी शनिचरवा उरांव और अनगड़ा थाना क्षेत्र के मासु गांव निवासी मंगरा पाहन शामिल हैं। दोनों ने पुलिस पूछताछ में पशु तस्करी किए जाने की बात को स्वीकार किया है।

क्या कहते हैं आरोपी

दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वे लोग पिछले कई माह से विभिन्न जगहों से पशु लेकर पैदल ही तिरील पुल के पास पहुंचते थे। वहां पहले से पप्पू खान, छोटू खान और साबिर खान नामक व्यक्ति के आदमी मौजूद रहते थे। उनलोगों की उक्त व्यक्ति से सिर्फ फोन पर बातचीत होती थी और पूरा सौदा तय होता था।

मांस व चमड़े का कारोबार

पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पुलिस को यह भी बताया है कि छोटू खान, पप्पू खान और साबिर खान जानवरों का मांस और चमड़ा बेचने का कारोबार करते हैं। पकड़े गए आरोपियों द्वारा उक्त तीन व्यक्तियों का नाम बताए जाने के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है और विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर लगातार उसे गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। पकड़े गए दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

एक जानवर पहुंचाने पर 400 रुपए

पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि जानवर की खरीदारी करने के बाद तिरील पुल के पास पहुंचाने के लिए प्रति जानवर चार सौ रुपया मिलता था। तिरील पुल के पास पहले से खड़ा व्यक्ति ही उसे पैसा देता था और वहां से चला जाता था। इसके बाद दोबारा फोन पर छोटू खान, पप्पू खान और साबिर खान द्वारा बताया जाता था कि कहां से जानवर को लाना है। उन्ही तीनों द्वारा बताए गए ठिकानों से वे लोग जानवर लाते थे और तिरील पुल के पास पहुंचा देते थे। वहां से जानवर कहां सप्लाई किया जाता था, इस बात की जानकारी इन लोगों को नहीं होती थी।

खूंटी के रास्ते बंगाल में भी होती है सप्लाई

पुलिस जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि बड़े ही सुनियोजित ढंग से एक गिरोह बनाकर पशु तस्करी का कारोबार किया जा रहा है। अन्य कई लोग इस गिरोह में शामिल हैं, जिसके बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस जांच में इस बात की भी जानकारी मिली है कि तस्कर बंगाल समेत अन्य कई राज्यों में भी पशु सप्लाई करते थे। पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़कर पूरे मामले की जांच कर रही है और गिरोह में शामिल पशु तस्करों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।