- लोकवाणी केंद्र का लाइसेंस लेने के बाद संचालक ने बना लिया सब सेंटर

- साइबर कैफे को बना रखा है फॉर्म कलेक्शन सेंटर, डीएम ने दिए जांच के आदेश

- आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद माधोकुंज स्थित साइबर कैफे पर हुई छापेमारी, मौके पर मिला फर्जीवाड़ा

ALLAHABAD:

केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के ऑनलाइन आवेदन के लिए बनाए गए सुविधा केंद्रों की हकीकत आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में परत दर परत खुलती जा रही है। एनआईसी की पड़ताल में सामने आया कि लोकवाणी केंद्र के संचालक फर्जी तरीके से सब सेंटर संचालित कर रहे हैं। कई सेंटर्स के तो राशन कार्ड आवेदन फॉर्म के कलेक्शन सेंटर भी मौजूद हैं। यहां आवेदकों से अवैध वसूली की जा रही है। एनआईसी की टीम ने गुरुवार को कई इलाकों में छापामार कर फर्जीवाड़े को पकड़ा।

मिला फर्जीवाड़ा, होगी एफआईआर

एनआईसी से भेजी गई टीम ने गुरुवार को माधोकुंज स्थित साइबर कैफे में छापेमारी की। पाया गया कि कैफे में फर्जी तरीके से आय और जाति प्रमाणपत्र आवेदन के फॉर्म कलेक्शन किया जा रहा है। जिसमें ममफोर्डगंज जगराम चौराहे का एक लोकवाणी केंद्र संचालक भी शामिल है। मौके पर उसके कम्प्यूटर रिकार्ड भी चेक कराए गए। कैफे संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है।

शहर में बनाए गए कलेक्शन सेंटर

जिन लोगों को लोकवाणी या सहज सुविधा केंद्र का लाइसेंस मिला है, उन्होंने जगह-जगह फॉर्म कलेक्शन सेंटर बना रखे हैं। यहां सौ से दो सौ रुपए लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। कई जगह लॉगिन या पासवर्ड का यूज कर मौके पर ऑनलाइन आवेदन कराया जा रहा है। जबकि, आवेदन की फीस महज बीस रुपए निर्धारित की गई है।

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शंकरगढ़, बारा में भी छापामारी

योजना के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर शैलेंद्र सिंह ने गुरुवार को जसरा, बारा और शंकरगढ़ के केंद्रों का निरीक्षण किया। रेट लिस्ट नहीं मिलने पर केंद्र संचालकों को चेतावनी जारी की गई। राशन कार्ड आवेदन के नाम पर अवैध वसूली नहीं किए जाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

राशन कार्ड आवेदन के नाम पर अधिक वसूली करने वालों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाने की तैयारी चल रही है। मैंने आई नेक्स्ट की खबरों को संज्ञान में लिया है। जल्द ही संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं।

प्रेम प्रकाश पाल, एडीएम सप्लाई