सिपाही की मौत पर सिपाहियों ने किया था हंगामा

हत्यारों की तलाश में पुराने अपराधियों से की बात

आगरा। सिपाही हत्याकांड के दौरान के हमराह साथी सिपाही मदन और मोहम्मद रियाज को सीओ फतेहाबाद पर खुलासे का दबाव बनाना भारी पड़ गया। दोनों सिपाहियों को हंगामा और अनुशासनहीनता करने पर सस्पेंड कर दिया है। इधर, पुलिस सिपाही अजय यादव के हत्यारों की तलाश में जुटी है।

सिपाहियों पर गिरी गाज

हत्याकांड के बाद से सिपाहियों ने सीओ फतेहाबाद अशोक कुमार सिंह पर आरोप लगाया। सिपाहियों का आरोप था कि सीओ ने खुलासा न करने पर रेंज से बाहर करने की धमकी दी थी। इस बात से वह परेशान चल रहा था। इस मामले में दोनों सिपाहियों की जांच शुरु करा दी गई थी। अब एसएसपी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है। दोनों की जांच चलती रहेगी।

किसी ने उठा ली पिस्टल

जिस तरह से सिपाही की हत्या हुई है। उसे देख कर प्रीप्लानिंग की बात निकल कर नहीं आ रही है। माना जा रहा है कि सिपाही को नहीं पता था कि बदमाशों के पास हथियार हैं। उसने बदमाशों को रोक कर चेक करना शुरु कर दिया। बदमाशों के पास पिस्टल थी। सिपाही की कमर में भी पिस्टल थी। बदमाशों को इसकी भनक लग गई। माना जा रहा है कि बदमाशों ने उसे पुलिस समझा या कुछ और यह क्लीयर नहीं है। बदमाशों ने सिपाही अजय यादव को गोली मारी और भाग गए। उसकी पिस्टल बदमाशों ने लूटी या किसी और ने यह भी क्लीयर नहीं है। चूंकि घटना के बाद मौके पर काफी भीड़ जुट गई थी। आशंका है कि उस दौरान कोई भी सिपाही की पिस्टल उठा सकता है।

फिलहाल चल रही पड़ताल

आईजी ने सिपाही हत्याकांड खुलासे के लिए छह टीमें लगाई है। जोन से पुराने अपराधियों से पुलिस टीम ने पूछताछ की है। मामले में कई पेशेवर अपराधियों को भी पुलिस ने जोन स्तर पर उठाया है। सभी से सघन पूछताछ की जा रही है। लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ लगा नहीं है।