-घायल सिपाही को एसआरएन हॉस्पिटल में कराया गया भर्ती

PRAYAGRAJ: मामा भांजा तालाब तिराहे पर ट्रक की चपेट में आने से नैनी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल नारायण सिंह (43) की मौत हो गई। घटना में सिपाही बृजेश यादव घायल हो गया। सोमवार भोर हुए हादसे में चालक स्टेयरिंग पर नियंत्रण खो बैठा। रोड किनारे दुकान पर चाय पी रहे मो। वसीम (25) को रौंदते हुए ट्रक दो बाइक पर चढ़ गया। यह देख आसपास के लोग दौड़ पड़े। लोगों को आते देख ट्रक छोड़कर चालक फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल सिपाही को इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

मामा भांजा तालाब पर हुआ हादसा

गाजीपुर जनपद के रेवतीपुर थाना क्षेत्र स्थित नवली गांव निवासी नारायण सिंह पुत्र स्व। महेंद्र सिंह यहां नैनी थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। पुलिस के मुताबिक वह सिपाही बृजेश यादव के साथ वह रविवार रात गश्त पर थे। भोर में दोनों लोग मामा भांजा तालाब तिराहे के बगल स्थित एटीएम चेक करने गए हुए थे। वहीं दुकान किनारे खड़े होकर दोनों चाय पीने लगे। मो। वसीम पुत्र मो। सरीफ निवासी सेमरा कल्वना घूरपुर भी चाय की दुकान पर जा पहुंचा। सिपाही व नारायण सिंह के बगल खड़ा होकर वसीम भी चाय पीने लगा। इतने में सीमेंट लादकर तेज रफ्तार पहुंचा ट्रक रोड किनारे खड़े नारायण को रौंदते हुए सिपाही बृजेश यादव को टक्कर मार दिया। नारायण का कपड़ा ट्रक के किसी लोहे में फंस गया। ट्रक के साथ खून से लथपथ नारायण सिंह घिसटने लगे। लोग कुछ समझ पाते कि ट्रक ने चाय पी रहे मो। वसीम को भी रौंद दिया। हादसे में हेडकांस्टेबल नारायण सिंह व मो। वसीम की मौके पर ही मौत हो गई।

परिवार में मचा कोहराम

हादसे को देख आसपास के लोग दौड़ पड़े। लोगों को आते देख ट्रक छोड़ कर चालक फरार हो गया। सूचना पर पहुंचे नैनी इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह व एग्रीकल्चर चौकी इंचार्ज मनीष त्रिपाठी ने घायल सिपाही को एसआरएन हॉस्पिटल भेज दिया। यहां से दोनों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है। वहीं यह भी चर्चा है कि हेडकांस्टेबल व सिपाही बाइक से ट्रक का पीछा कर रहे थे। चाय की दुकान के पास वह ट्रक की चपेट में आ गए।

कैसे चलेगा परिवार?

मृतकों में नारायण सिंह अपने परिवार के अकेले जिम्मेदार थे। मौत की खबर सुन पत्नी संजू, दो बेटे आशू व अभिनव और बेटियां रो पड़ीं। वहीं अविवाहित वसीम चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था। उसकी सात बहनें भी हैं। वसीम की मां हमीदुल निशा की दो साल पहले मौत हो चुकी है।

वर्जन

हेड कांस्टेबल व सिपाही गश्त करते हुए एटीएम की चेकिंग के लिए गए थे। तिराहे पर चाय पीते समय ट्रक की चपेट में आने से हेड कांस्टेबल की मौत हो गई, जबकि सिपाही की हालत उपचार के बाद खतरे से बाहर बताई गई है। घटना में घूरपुर निवासी एक युवक की भी मौत हुई है।

-अतुल शर्मा, एसएसपी प्रयागराज