- डीआईजी से मिली पब्लिक, नगर विधायक रहे मौजूद

- सुरक्षा के साथ साजिश से बचाने को डीआईजी से की मांग

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : नंदानगर में प्रोविजन स्टोर्स चलाने वाले चरनजीत सिंह को फंसाने वाले शिकारी खुद ही फंस जाएंगे। चरनजीत सिंह के पक्ष में पब्लिक खड़ी हो गई है। ट्यूज्डे को मोहल्ले के लोगों ने डीआईजी डॉक्टर संजीव कुमार से मुलाकात कर पीडि़त फैमिली को सुरक्षा देने के साथ-साथ साजिश से बचाने की मांग की। नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहनदास अग्रवाल ने कहा कि चरनजीत सिंह के साथ कुछ हुआ तो पुलिस जिम्मेदार होगी। मीठा बोलने से काम नहीं चलेगा। सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

कारतूस, चरस की जांच में जुटी पुलिस

संडे इवनिंग चरनजीत सिंह की शॉप पर दंपत्ति पहुंचा। दंपत्ति ने एक झोला और लिस्ट देकर सामान निकालने को कहा। लेकिन थोड़ी ही देर बाद पुलिस पहुंच गई। किसी ने पुलिस को बताया कि झोले में अवैध चीजें रखी हैं। तीन से चार बार पुलिस ने तलाशी ली तो झोले में रखी कापियों के बीच अवैध सामान मिले। पुलिस ने चरनजीत सिंह को उठा लिया। संडे इवनिंग पुलिस ने प्रदर्शन किया। बेकसूर दुकानदार को फंसाए जाने का आरोप लगाया। मंडे को नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहनदास अग्रवाल की अगुवाई में पब्लिक ने दोबारा जाम लगा दिया। पुलिस ने चरनजीत सिंह को छोड़ दिया। चरनजीत को छोड़ने के बाद पुलिस चरस, कारतूस की जांच में जुटी है।

नया मोबाइल खरीदा, फर्जी पते पर सिमकार्ड

पुलिस की जांच में सामने आया कि सिमकार्ड फर्जी आईडी से खरीदा गया है। पुलिस को सूचना देने वाले नया मोबाइल यूज किया। उसने बक्शीपुर में एक पुस्तक विक्रेता की शॉप से कांपियां खरीदी। इससे साफ हो गया कि चरनजीत सिंह के खिलाफ गहरी साजिश रची गई। पुलिस अब दंपत्ति की तलाश में लगी है। दंपत्ति के मिलने पर उनको झोला देने वाली पहचान हो सकेगी।

रद होगी सिंटू की जमानत, पिंटू को खोजेगी पुलिस

28 सितंबर 2008 को नंदानगर में सिंटू और पिंटू ने यशंवत की हत्या कर दी। फ्री का रिचार्ज कूपन न देने पर गोली मारी। दोनों भाईयों को पुलिस ने अरेस्ट किया, लेकिन नौ फरवरी 2010 को पिंटू सिंह पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ पांच हजार का इनाम घोषित कर दिया। चार साल बाद भी पुलिस पिंटू को अरेस्ट नहीं कर सकी। जमानत पर छूटकर सिंटू दोबारा मुसीबत बनने लगा। सिंटू ने मुकदमा संतकबीर नगर ट्रांसफर करा लिया। चरनजीत सिंह इस मामले में मुस्तैदी से पैरवी कर रहा है। इसलिए चरनजीत सिंह के खिलाफ की साजिश रची जा रही है। लोगों ने डीआईजी से सिंटू की जमानत निरस्त कराने, पिंटू की तलाश कराने की मांग की।

चरनजीत सिंह की फैमिली को पुलिस की सुरक्षा दी जाएगी। सिंटू की जमानत निरस्त कराई जाएगी। पिंटू की तलाश करने के लिए टीम बनाई जाएगी। दुकान में झोला रखने के मामले की जांच चल रही है।

डा। संजीव कुमार, डीआईजी

पुलिस अपेक्षा करती है कि पब्लिक उसकी मदद करे। बदमाशों के खिलाफ आवाज उठाने पर यह हाल हो रहा है। चरनजीत सिंह की फैमिली का किसी तरह का नुकसान होने पर पुलिस जिम्मेदार होगी। चरनजीत सिंह के परिवार की सुरक्षा पुलिस सुनिश्चित करे। मीठा बोलने के बजाय पुलिस को काम करना पड़ेगा।

डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल, नगर विधायक