- एक कैंपस, दो इंस्टीट्यूशन के फेर में परेशान हो रहे हैं स्टूडेंट्स

- एमएमएमयूटी कैंपस में चल रही है एमकेईआईटी आजमगढ़ की क्लास

- चार साल से ज्यादा वक्त से बन रहा है आजमगढ़ में कैंपस, अब भी पूरा नहीं हुआ स्टूडेंट्स का इंतजार

GORAKHPUR : 'कंफ्यूजन ही कंफ्यूजन है, सॉल्युशन का पता नहीं' थ्री इडियट मूवी के इस सांग में बडिंग इंजीनियर्स अपनी प्रॉब्लम से परेशान थे और उन्हें कोई सॉल्युशन नहीं मिल रहा था। वैसा ही कुछ हाल एमएमएमयूटी और एमकेईआईटी के बडिंग इंजीनियर्स का भी है। एक ही कैंपस में दो इंस्टीट्यूशन होने की वजह से स्टूडेंट्स में तो कंफ्यूजन है ही, साथ ही यूनिवर्सिटी बनने के बाद अब एमएमएमयूटी एडमिनिस्ट्रेशन को भी प्रॉब्लम स्टार्ट हो चुकी है।

यूनिवर्सिटी बनने के बाद बढ़ी जिम्मेदारियां

एमएमएमयूटी जब इंजीनियरिंग कॉलेज था, तब यूपीटीयू से एफिलिएशन होने की वजह से सेम कैंपस में यूपीटीयू ने एक और मान्यवर कांशीराम इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की भी क्लासेज स्टार्ट कराया। इंस्टीट्यूशन आजमगढ़ में बना हुआ है, जिसके कंस्ट्रक्शन का वर्क चल रहा है। मगर सोर्सेज की माने तो चार साल से ज्यादा का वक्त बीत चुकाहै, मगर अब तक इसका कंस्ट्रक्शन पूरा नहीं हो सका है। अगर ऐसा ही रहा तो यूनिवर्सिटी बनने के बाद जो एमएमएमयूटी पर दबाव बढ़ेगा, इसका खामियाजा कहीं न कहीं स्टूडेंट्स को ही भुगतना पड़ेगा। यूनिवर्सिटी में उन्हें कई नए कोर्सेज स्टार्ट करने होंगे, वहीं आगे स्टूडेंट्स की तादाद भी बढ़ेगी। इसके लिए जगह की भी जरूरत पड़नी तय है।

क्लासेज भी टीचर्स के जिम्मे

एमएमएमयूटी में चल रहे यूपीटीयू का घटक कॉलेज एमकेईआईटी सिर्फ एमएमएमयूटी कैंपस का ही इस्तेमाल नहीं कर रहा है, बल्कि कुछ सब्जेक्ट्स एक्सप‌र्ट्स से लेकर, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, डीन और बाकी सभी कुछ यहीं यूनिवर्सिटी के टीचर्स के जिम्मे है। रजिस्ट्रार केपी सिंह ने बताया कि कॉलेज के लिए ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी की जिम्मेदारी डॉ। एके पांडेय के पास है। इसके साथ ही एमएमएमयूटी और एमकेईआईटी की क्लासेज का शेड्यूल क्लैश न हो इसका भी यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को ध्यान रखना पड़ रहा है।

शासन को भेजा जा चुका है लेटर

एमएमएम इंजीनियरिंग कॉलेज से यूनिवर्सिटी बनने के बाद जिम्मेदारों को इस बात की टेंशन हुई। यूनिवर्सिटी बनने के बाद पहले वीसी प्रो। ओंकार सिंह ने इसके लिए शासन को लेटर भी भेजा और कॉलेज को उसके ओरिजनल डेस्टिनेशन आजमगढ़ में शिफ्ट कराने की बात कही है। इस पर शासन ने उनका प्रोपोजल तो एक्सेप्ट कर लिया और नेक्स्ट सेशन में कैंपस से कॉलेज को हटाने की बात कही है। मगर सेशन बीत चुका है और यूनिवर्सिटी के एडमिशन प्रॉसेस भी कंप्लीट होने के बाद पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है, लेकिन एमकेईआईटी की क्लासेज अब भी यूनिवर्सिटी में चल रही हैं।

तीन डिसीप्लिन की होती है पढ़ाई

मान्यवर कांशी राम इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की बात करें तो यहां पर बीटेक में तीन डिसीप्लिन की पढ़ाई होती है। इसमें इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है। इसमें हर डिसीप्लिन में म्0 सीटें हैं। इनकी क्लासेज ख्0क्0-क्क् से एमएमएमयूटी कैंपस में चलाई जा रही हैं।

कॉलेज को आजमगढ़ शिफ्ट कराने के लिए शासन को लेटर लिखा गया है। प्रयास किए जा रहे हैं, जल्द ही स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।

- प्रो। केपी सिंह, रजिस्ट्रार, एमएमएमयूटी