-चाहबाई प्रेमनगर में जर्जर मकान का लिंटर तोड़ने के दौरान हादसा

-इलाज में देरी से गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा

बरेली: प्रेमनगर के चाहबाई में जर्जर मकान का लिंटर तोड़ने के दौरान हादसा हो गया। लिंटर गिरने से मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई और तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों की मदद से सभी को मलबे से निकालकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज में देरी की वजह से गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया और स्ट्रेचर को तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस के समझाने पर लोग शांत हुए। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।

दो घंटे बाद निकाला जा सका

चाहबाई में रविंद्र शर्मा के मकान में जर्जर लिंटर तोड़ने का काम चल रहा था। यहां पर 6 मजदूर जिसमें करगैना निवासी पोशाकीलाल, उसका भाई जयपाल व कुंवरसेन, मूसाझाग बदायूं निवासी रामबाबू, राजेंद्र व एक अन्य काम कर रहे थे। एक मजदूर लिंटर का मलवा डालने बाहर गया था। इसी दौरान अचानक भरभराकर लिंटर गिर गया, जिसमें 5 मजदूर दब गए। पोशाकीलाल दो लिंटर के बीच में फंस गया, जिसे करीब 2 घंटे बाद निकाला जा सका, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में घायल रामबाबू ने इलाज के दौरान हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।

आसपास के लोग डरे

लिंटर गिरने की तेज आवाज से आसपास के लोग घबरा गए, उसके बाद मदद के लिए पहुंच गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तुरंत डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया लेकिन यहां इलाज में देरी के चलते परिजनों का पारा चढ़ गया और हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने गुस्से में स्ट्रेचर में लात मारी। सूचना पर सीओ सिटी वन, कोतवाली थाना प्रभारी व अन्य फोर्स पहुंची और परिजनों को समझाकर शांत किया। पुलिस जांच में आया कि यह मकान रविंद्र शर्मा का है। इससे पहले इस मकान के कई मालिक रह चुके हैं और विवाद भी रहा है। यह सभी मजदूर किसी ठेकेदार के अंडर में काम कर रहे थे। पुलिस ठेकेदार की भी तलाश कर रही है।

यहां भी हुई मास गैदरिंग

वैसे तो कोरोना के चलते मास गैदरिंग रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इस हादसे के बाद घटनास्थल और हॉस्पिटल में काफी संख्या में लेाग इकट्ठा हो गए। पुलिस की मानें तो कई लोग खांस व छींक भी रहे थे। जिसकी वजह से कई लोग डर भी रहे थे।