-तुलसीघाट पर गंगा में स्नान के दौरान डूबे दो किशोर, घर वालों के मना करने के बाद भी गए थे नहाने

-एक को डूबता देख उसे बचाने के लिए दूसरे ने भी लगा दी छलांग, गई जान

VARANASI: सोमवार को मौज मस्ती ने दो घरों के चिराग को बुझा दिया। घटना तुलसीघाट पर हुई। यहां दोस्तों संग गंगा नहाने गए दो किशोर डूब गए और उनकी मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घंटों की मशक्कत के बाद दोनों की डेड बॉडीज को बरामद किया।

बचाने में समा गए दोनों

भेलूपुर के खोजवा किरहिया के राजेश गुप्ता का एकलौता बेटा विक्की गुप्ता (क्8 वर्ष) व इलाके के ही अशोक पटेल का बेटा संदीप पटेल (क्भ् वर्ष) दोनों सोमवार की सुबह गंगा स्नान के लिए अपने सात दोस्तों संग तुलसीघाट पर पहुंचे थे। घाट पर पहुंचते ही विक्की ने गंगा में छलांग लगा दी। इसके कुछ ही देर बाद वह डूबने लगा। उसका शोर सुन उसे बचाने के लिए संदीप भी गंगा में कूद पड़ा लेकिन ऐसा करना उसे भारी पड़ा और वह भी डूबने लगा। देखते ही देखते दोनों गंगा में समा गए। इनके गंगा में डूबने की खबर उनके दोस्तों ने परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस विक्की और संदीप की तलाश में जुट गई।

पुलिस की सुस्ती आयी सामने

इस दर्दनाक हादसे के बाद पुलिस का सुस्त रवैया सामने आया। दोनों किशोरों की तलाश में जुटी पुलिस को दो घंटे तक गोताखोर ही नहीं मिले। दोपहर क्ख्.ख्0 बजे हुई घटना के बाद लगभग दो बजे पुलिस को दशाश्वमेध में प्राइवेट गोताखोर मिले। जिसक बाद पुलिस ने उनकी मदद से दोनों की लाश को बाहर निकाला।

मां करती रही खाने पर इंतजार

घर का एकलौता बेटा विक्की अपने मां बाप के आंखों का तारा था। इस कारण सभी उसका बहुत ध्यान रखते थे। बेटे के मौत की सूचना मिलते ही मां की हालत बिगड़ गई। उसका रो रोकर बुरा हाल था। इस दौरान मां गीता देवी यही कह रही थी कि जाते जाते उसने बेटे को खाना खाने के लिए कहा था लेकिन उसने आकर खाना खाने की बात कही थी।

होनहार था संदीप

इस हादसे में जान गंवाने वाला संदीप भी घर में सबसे होनहार बेटा था। तीन भाइयों में दूसरे नंबर के संदीप ने गरीबी के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी। वह भाइयों के साथ चाइनीज फूड बेचने का काम करता था और शादी व पार्टियों में स्टॉल लगाकर पिता की मदद करता था। बेटे के मौत की खबर लगते ही मां चंदा देवी गम में जा डूबी। उसका भी रो रोकर बुरा हाल था।

पिता गए हैं गांव

मूल रूप से सोनभद्र के रहने वाले विक्की के पिता ट्राली चलाकर घर का खर्च चलाते हैं और गांव में खेती भी करते हैं। परिजनों ने बताया कि कुछ ही दिन पहले पिता राजेश अपने गांव अरहर की फसल काटने गये थे। बेटे की मौत की खबर लगते ही वह बनारस के लिए रवाना हो चुके थे।

काश, मान जाते दोनों बच्चे

एक ही दिन दो घरों के साथ हुई ये दुखद घटना टल सकती थी अगर दोनों बच्चे घर वालों की बात मान लेते। परिजनों ने बताया कि विक्की और संदीप दोनों तैरना नहीं जानते थे। सोमवार को जब गंगा स्नान करने जा रहे थे तब घर वालों ने उनको रोका भी था। इस पर दोनों ने पानी से दूर रहने की बात कही थी और चले गए लेकिन कुछ ही देर बाद दोनों के मौत की खबर घर पहुंची।