- घर से बुलाकर किया किशोरियों को अगवा

- युवकों के बहकावे में आकर पहुंच गई कानपुर

- मोबाइल पर बात कर लिया झांसे में

GORAKHPUR: पीपीगंज एरिया से अपहरण कर नाबालिक दो छात्राओं के साथ कानपुर में हुए गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद यहां दहशत का माहौल व्याप्त है। छात्राओं से मोबाइल पर बात कर उन्हें बुलाया। गांव के युवक दोनों छात्राओं को झांसे में लेकर कानपुर के लिए रवाना हुए और वहां तीन युवकों ने छात्राओं को बंधक बनाकर गैंगरेप किया। उधर परिवार के लोग अपनी बच्चियों की तलाश में लगे रहे। हालांकि इसकी भनक आरोपियों को लग गई। आरोपी उन्हें रेलवे स्टेशन पर छोड़कर फरार हो गए। पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में लगी है।

मोबाइल पर शुरू हुई बात

पीपीगंज एरिया की रहने वाली खुशबू (13) और अर्चना (15) काल्पनिक नाम दोस्त हैं और एक ही स्कूल में पढ़ती हैं। क्लास आठ पास करने के बाद दोनों घर पर ही रहती थी। गांव के पास का रहने वाला सुरेश पुणे में रह कर काम करता है। वहीं अरविंद और कमलेश गांव पर ही रहते हैं। खूश्बू और अर्चना की दोनों से मोबाइल पर बात होती थी। 21 जुलाई को स्कूल की गाड़ी में किशोरियां सवार होकर पीपीगंज पहुंची। जहां कमलेश और अरविंद उनका इंतजार कर रहे थे। इन दोनों की बातों में आकर वे कानपुर के लिए रवाना हो गई। इधर शाम होते ही घर वाले दोनों का इंतजार करने लगे। लेकिन जब वे नहीं लौटी तो वे उनकी तलाश में लग गए।

पुलिस के सामने बयां की दास्तां

दोनों किशोरियों ने पुलिस के सामने अपने साथ हुई ज्यादती की कहानी बयां की। किशोरियों को तीन युवकों ने 21 जुलाई को बहला-फुसला कर अगवा कर लिया था। वे उन्हें लेकर कई दिनों तक अलग-अलग शहरों में घूमते रहे। पांच दिन पहले कानपुर पहंचे और दोनों किशोरियों को एक कमरे में रखा। किशोरियों ने घर लौटने की जिद की तो उन्हें वहां बंद कर दिया। तीन दिनों तक दोनों के साथ गैंगरेप करते रहे। उधर बच्चियों की तलाश में थक चुके परिजनों ने पीपीगंज थाने में कमलेश, अरविंद, सुरेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

वर्जन

बच्चियों के बयान के आधार पर गैंगरेप और बंधक बनाने की धाराएं बढ़ा दी गई है। जल्द ही आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

- प्रभातेश श्रीवास्तव, एसओ पीपीगंज