-लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर कर्मचारी अपने एकाउंट से 75 परसेंट नॉन-रिफंडेबल केतौर पर निकाल सकते हैं

GORAKHPUR: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ ने कोरोना वायरस महामारी में ऑनलाइन व्यवस्था के तहत लॉकडाउन में अभी तक दो हजार इंप्लॉइज ने ईपीएफ एकाउंट से करीब पांच करोड़ रुपए निकाले हैं। रीजनल ईपीएफ कमिश्नर ने बताया कि पूर्वांचल में करीब 70 हजार कर्मचारियों को ईपीएफ की सुविधा दी जाती है। इसमें से सिर्फ 57 हजार ही ऑनलाइन हुए हैं। अन्य 13 हजार को आधार से लिंक कराने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही नियोक्ताओं के लिए एक और नियम का अनुपालन आसान कर दिया गया है। ईपीएफओ में किसी डिजिटल या आधार बेस्ड ई-साइन करने में परेशानी होती है, तो वे इसे ई-मेल के माध्यम से कर सकेंगे।

75 परसेंट रकम नॉन-रिफंडेबल

लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद केंद्र सरकार ने निर्देश दिया था कि कर्मचारी अपने खाते से 75 परसेंट रकम नॉन-रिफंडेबल के तौर पर निकाल सकते हैं। लॉकडाउन की मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए नियोक्ता नार्मल तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं।

अब ई-मेल केजरिए भी निकाल सकेंगे रकम

ईपीएफओ पोर्टल पर डिजिटल सिग्नेचर को लेकर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस प्रक्रिया को आसान किया जा रहा है। ईपीएफओ अब ऐसे रिक्वेस्ट को ई-मेल के जरिए भी मान्य कर रहा है।

रिक्वेस्ट प्रोसेस करने में हो रही थी परेशानी

केवाईसी प्रमाणित करने से लेकर क्लेम प्रमाणित करने का काम नियोक्ता द्वारा किसी अधिकृत व्यक्ति के डिजिटल सिग्नेचर या आधार बेस्ड इ-साइन के जरिए ईपीएफओ पोर्टल पर किया जाता है। हालांकि इसके लिए उन्हें एक बार ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय से मंजूरी लेनी पड़ती है। ईपीएफओ का कहना है कि क्षेत्रीय कार्यालयों में वन टाइम रजिस्ट्रेशन रिक्वेस्ट भेजने में परेशानी हो रही है। ऐसे में कोई भी नियोक्ता रिक्वेस्ट लेटर क्षेत्रीय कार्यालय में मेल कर सकता है। अब से यह स्कैन की हुई कॉपी मेल कर मंजूरी ली जा सकेगी।

- लॉकडाउन के दौरान दो हजार ईपीएफ इंप्लॉइज के एकाउंट में पहुंच चुकी रकम तकरीबन--05 करोड़

-पूर्र्वाचल में करीब ईपीएफ इंप्लॉइज --70 हजार

- इंप्लॉइज को किया जा चुका है ऑनलाइन लगभग--57 हजार

-इंप्लॉइज जो अभी तक आधार से नहीं हुए लिंक --13 हजार

वर्जन

नियोक्ताओं को ऑनलाइन की सुविधा दी गई है। इस लॉकडाउन में अधिक से अधिक कर्मचारियों के ईपीएफ एकाउंट में पैसा ट्रांसफर कराया जा रहा है। ताकि इंप्लॉइज को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

अमित मणि रीजनल ईपीएफ कमिश्नर