क्त्रन्हृष्ट॥द्ब: देर ही सही, लेकिन दुरुस्त आए। जी हां, डीटीओ ने राजधानी के सभी शोरूम संचालकों को निर्देश जारी किया है कि अब वाहनों की डिलीवरी ग्राहक को नंबर प्लेट लगाने के बाद ही की जाएगी। यह सारे नंबर प्लेट सील रहेंगे और इन्हें बदला नहीं जा सकेगा। इसका मतलब कि वाहनों पर लगे नम्बर प्लेट वास्तविक होंगे और चोरी के वाहनों में नम्बर प्लेट बदला नहीं जा सकेगा। इससे कार, स्कूटर टैक्सी, कैब, ट्रक आदि वाहनों की ऑनलाइन ट्रैकिंग संभव होगी। इससे कैब में महिलाओं के साथ अपराधिक घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी। सड़क परिवहन मंत्रालय ने 4 दिसंबर 2018 को अधिसूचना जारी की थी कि 1 अप्रैल 2019 से सभी नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाना अनिवार्य है। इस व्यवस्था के तहत अप्रैल से देशभर में बिकने वाले वाहनों में यह प्लेट डीलर द्वारा लगा कर दिया जाना था।

अब नहीं चलेगा एएफ का बोड

पहले वाहनों की डिलीवरी शोरूम से कर दी जाती थी उसके बाद उसका रजिस्ट्रेशन होता था। इस बीच वाहनों के नम्बर प्लेट पर लोग एएफ (अप्लाई फॉर)का बोर्ड लगाकर सड़क पर वाहन चलाते थे। रजिस्ट्रेशन होने के बाद किसी भी नम्बर प्लेट की दुकान पर नम्बर लिखवाया जा सकता था। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। अब शोरूम से वाहनों में नम्बर प्लेट लगाकर उसे सील किया जाएगा और वही वाहन सड़क पर नजर आएंगे।

ऐसी होगी व्यवस्था

आप अगर बाइक या अन्य टू व्हीलर खरीदने जाते हैं तो आपको गाड़ी पसंद करने के बाद उसका पेमेंट कर देना होगा। शोरूम संचालकों द्वारा पहले वाहनों की बिलिंग की जाएगी उसके बाद सारे दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा। डीटीओ कार्यालय द्वारा रजिस्ट्रेशन होने के बाद नम्बर अवेलेबल होगा। इस नम्बर को संबंधित वाहन के नम्बर प्लेट पर लगाने के बाद ही टू व्हीलर सड़क पर उतारा जा सकेगा।

बिना दो हेलमेट खरीदे नहीं होगी बिलिंग

जब तक दो हेलमेट नहीं खरीदी जाएगी तब तक दोपहिया वाहनों की बिलिंग नहीं हो पाएगी। और वाहनों की बिलिंग होने के बाद ही उसे रजिस्ट्रेशन के लिए अपलोड किया जा सकेगा। डीटीओ ने सभी शोरूम संचालकों को निर्देश दिया है कि हेलमेट बिल की कॉपी लगाने के बाद ही बिलिंग करें। हेलमेट आईएसआई मार्का और मानकों के अनुरूप ही होना चाहिए।

वर्जन

ग्राहक कहीं से भी आईएसआई अप्रूव्ड हेलमेट खरीदकर उसके बिल के साथ दोपहिया वाहनों की बिलिंग कराएं। रजिस्ट्रेशन के बाद शोरूम से ही नम्बर प्लेट लगाकर गाडि़यों की डिलीवरी की जाएगी।

संजीव कुमार, डीटीओ, रांची