छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी के जिला सांख्यिकी विभाग में कार्यरत दो कर्मचारियों को शनिवार को सरकारी रकम के गमन के मामले में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया। वभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर योजना सह वित्त विभाग (योजना प्रभाग) अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निदेशक ने दोनों अफसरों पर कार्रवाई का आदेश दिया। अब दोनों अधिकारियों को जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।

बताते चलें कि सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हाल की बुकिंग का पैसा जिला सांख्यिकी अधिकारी अश्रि्वनी कुमार मंडल और एकाउंटेंट गंगा सागर दास ने मिलकर गमन कर लिया था। इन अधिकारियों ने टाउन हॉल की बुकिंग की थी बुकिंग के किराये को दोनों ने जेएनएसी कार्यालय में न जमा करके बीच में ही घालमेल कर दिया। जिसकी जांच विभाग कर रहा था शनिवार को योजना सह वित्त विभाग (योजना प्रभाग) अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निदेशक ने उपायुक्त कार्यालय द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया। डीसी की जांच में अफसरों पर घोटाला साबित हुआ है। अश्रि्वनी कुमार मंडल अभी गोड्डा के सहायक सांख्यिकी अधिकारी हैं। उन्हें निलंबन की अवधि में गोड्डा में ही तैनात किया गया है। जबकि, अन्वेषक गंगा सागर दास को मानगो अक्षेस से हटा कर पश्चिमी सिंहभूम के सांख्यिकी कार्यालय में तैनात किया गया है। अन्वेषक गंगा सागर का कहना है कि तब वो एकाउंटेंट होने की वजह से फंस गए। रकम उन्होंने नहीं ली।

छह साल पहले हुआ था घोटाला

घोटाला छह साल पहले हुआ था। 2012 में सांख्यिकी कार्यालय ने सिदगोड़ा टाउन हाल में मेडिकल सर्टिफिकेट कोड आफ डेथ (मृत्यु का चिकित्सकीय प्रमाणीकरण) की ट्रेनिंग कराई थी। इसके लिए 25 जुलाई और 26 जुलाई 2012 को पांच हजार रुपये प्रतिदिन पर सिदगोड़ा टाउन हाल बुक किया गया था। मगर ये रकम जमशेदपुर अक्षेस को नहीं दी गई और अधिकारी हड़प गए। लेकिन, इस मामले की शिकायत चार महीने पहले सरकार से की गई थी। सांख्यिकी निदेशालय ने डीसी अमित कुमार से मामले की जांच कराने के बाद कार्रवाई की।