पहले यह कोर्स तीन साल का था. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता मिलने के बाद यूपीआरटीओयू ने इसे इसी सत्र से शुरू करने का निर्णय लिया है. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो एके बख्शी ने बताया कि एमबीए पाठ्यक्रम को नए सिरे से संशोधित किया जा रहा है.

रेगुलर एमबीए और डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन के माध्यम से एमबीए में एकरूपता लाने के लिए डिस्टेंस एजुकेशन काउंसिल ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के मानकों के अनुरूप दो साल में एमबीए कोर्स कराने की अनुमति दी है.

उन्होंने बताया कि दो वर्षीय एमबीए के पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए विषय विशेषज्ञों की एक टीम लगातार काम कर रही है. जल्द ही सेलेबस को फाइनल किया जाएगा. पहले यह कोर्स छह सेमेस्टर का था, अब चार सेमेस्टर का होगा.

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