- मोहल्ला तिहाई से व्यापार करने नेपाल गए थे दर्जनभर युवक

- दो मंगलवार को व आठ बुधवार सुबह लौटे तो चहक उठे परिजन

मवाना : दो सगे भाई समेत आठ और लोग बुधवार को नेपाल से सकुशल वापस लौट आए, जिससे परिजनों में खुशी का माहौल है. बहरहाल, सकुशल वापसी के बावजूद भूकंप त्रासदी का मंजर अब तक उनके जहन को झिंझोड़ रहा है.

नगर के मोहल्ला तिहाई इमामबाड़ा क्षेत्र के दर्जनभर युवक नेपाल की राजधानी काठमांडू में कपड़े का व्यापार करते हैं. गत दिनों भूकंप ने नेपाल में भारी तबाही मचाई. हजारों लोग इस त्रासदी में काल का ग्रास बन गए और इमारतें धराशायी हो गईं. इस हृदय विदारक घटना से नेपाल में फंसे लोगों की सलामती के लिए उनके परिजन दिन-रात दुआ कर रहे हैं.

मंगलवार को फरमान व बिट्टू की सकुशल वापसी के बाद बुधवार सुबह दस बजे राकिब व उसका बड़ा भाई शकील के अलावा नवाब हैदर, नाजिर हुसैन, राशू उर्फ कुर्बान अली व नसरत अली सकुशल लौट आए. इन सभी के परिजनों में खुशी का माहौल है. इन लोगों का कहना है कि नेपाल में भूकंप का मंजर उनके जहन से निकल नहीं पा रहा है. बताया कि जिस भवन में वे मौजूद थे, वो नाव की भांति डोल रही थी. देखते ही देखते बड़ी इमारतें मिट्टी के ढेर में तब्दील हो गईं.

राकिब ने बताया कि त्रासदी के चलते नेपाल के लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं. बड़ी तादाद में लोगों को मदद की जरूरत है. हजारों की संख्या में लोग हताहत हुए हैं. मलबे में भी लोग दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए प्रयास जारी हैं. कहा कि भारत सरकार के त्वरित उठाए गए कदम से ही उनका सकुशल लौटना संभव हो सका. राकिब की मां गुलजारो दोनों बेटों की सकुशल वापसी से बेहद प्रसन्न हैं और परिवार में खुशी का माहौल है.