15 अगस्त को है रक्षाबंधन का त्योहार

लाभामृत योग दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक

सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त दोपहर 12:12 से 12:24 बजे तक

सौभाग्य योग शाम 4:30 बजे से 6 बजे तक

Meerut। रक्षाबंधन प्यार का वो त्योहार है जिसका इंतजार सभी भाई-बहनों को बेसब्री से रहता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं तो वहीं भाई जीवनभर बहन की रक्षा करने का वचन देता है। इस बार रक्षाबंधन का पावन त्योहार इंडिपेंडेंस डे यानी 15 अगस्त गुरुवार के दिन पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्यो के मुताबित शुभ मुहूर्त में राखी बांधना भाई और बहन दोनों के लिए ही लाभदायक होगा।

कैसे बांधे राखी बहने

गुरुवार को पड़ने वाले इस पर्व को ज्योतिष व पंडित वास्तु की दृष्टि से शुभ बता रहे हैं।

जहां भी रक्षाबंधन पर्व पर राखी बांधी जा रही है वह घर का या तो पूजा स्थल हो या पूर्वोत्तर दिशा का शुभ क्षेत्र।

बहन पूजा की थाली में राखी के साथ रोली, चावल, मिष्ठान रखने के साथ ही प्रज्ज्वलित दीप भी रखें।

सुगंध के लिए इत्र व धूप का प्रयोग करें व बहन को स्वयं उत्तर की तरफ मुख करके बैठना चाहिए।

जो भाई राखी बंधवाने के लिए बैठे वो अपना मुख पूर्व की तरफ रखें व केवल दाई कलाई में ही राखी बंधवाए।

राखी बंधवाते समय अपनी मुट्ठी में फूल, हल्दी व चावलों को अवश्य रखें जिससे बहन के प्रति रक्षा करने की साम‌र्थ्यता तो प्राप्त हो सके। साथ ही जीवन में शुभ प्रभाव शुभ पर्व के पूर्ण रुप से हाथ में आ सकें।

आसुरी ऊर्जाओं के कुप्रभाव से बचने के लिए सिर को ढककर अवश्य रखें।

धनराशि व उपहार दाई ओर ही रखें जिस ओर बहन बैठी हो।

राखी की तीन गांठे बांधना अत्यंत शुभ होता है।

ये दिन काफी शुभ है, इस दिन राखी बांधने के बाद बहन-भाई की धूप व दीप से सात बार आरती के रुप में बलाईयां उतारे तो शुभ माना जाता है।

भारत ज्ञान भूषण, ज्योतिष

बहनों को सबसे पहले माथे पर विजय तिलक लगाकर कभी क्षय न होने वाली अक्षतों के लिए साबुत चावल को माथे पर सुशोभित करना चाहिए, उसके बाद ही दाई कलाई पर रक्षासूत्र बांधना चाहिए।

समीर भटनागर, ज्योतिष