कानपुर। टैक्सी सर्विस कंपनी उबर ने लंदन में किराए पर टैक्सी वाहन संचालित करने का अपना लाइसेंस खो दिया है। अधिकारियों ने यह कदम तब उठाया जब यह पाया गया कि 14 हजार ट्रिप ऐसे चालकों ने पूरी की जिनका बीमा नहीं कराया गया है। बहरहाल कंपनी इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकती व फैसला आने तक अपनी सेवाएं जारी रख सकती है।

प्रोबेशनरी एक्सटेंशन के बावजूद नहीं किया भूल सुधार
ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन ने घोषणा की है कि कंपनी का लाइसेंस रिन्यू नहीं किया जाएगा। उसे सितंबर में दो महीने का प्रोबेशनरी एक्सटेंशन दिया गया था जिसकी अवधि खत्म हो रही है। उसे तब चालकों की जांच, बीमा व सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा गया था लेकिन वह अधिकारियों को संतुष्ट करने में असफल रही।

गलतियां न दोहराए जाने का अधिकारियों को भरोसा नहीं
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन (टीएफएल) ने उबर का ध्यान ऐसी कई विफलताओं की ओर दिलाया था जिनसे यात्रियों की जान जोखिम में पड़ सकती थी। एक बयान में टीएफएल की ओर से कहा गया है कि इनमें से कुछ पर कार्रवाई के बावजूद उसे भरोसा नहीं है कि भविष्य में ऐसी गलतियां दोहराई नहीं जाएंगी।

उबर करेगी इसके खिलाफ अपील
टीएफएल के ताजा फैसले से लंदन की सड़कों पर उबर कारों नजर आना बंद नहीं होंगी। उसने कहा है कि वह अपील करेगी। अगर उबर 21 दिनों के भीतर आधिकारिक कार्यवाही शुरू कर देती है तो निर्णय आने तक अपनी सेवाओं को जारी रख सकती है। यह पहला मौका नहीं है जब उसके साथ ऐसा हुआ है।

पहले भी हो चुका है ऐसा
सितंबर 2017 में टीएफएल ने पहली बार उबर का लाइसेंस रिन्यू करने से इनकार किया था, तब उसने न्यायाधीशों को 15 महीने का लाइसेंस देने के लिए राजी कर लिया था। यूनियनों के मुताबिक इस फैसले का सीधा असर 50 हजार चालकों पर हो सकता है।

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