- टीचर्स के लिए आयोजित ओरिएंटेशन और रिफ्रेशर कोर्स के टाइम ड्यूरेशन में यूजीसी ने किया बदलाव

GORAKHPUR: अब डीडीयूजीयू और संबद्ध कॉलेजेज में पढ़ाने वाले टीचर्स को ज्यादा समय देने के साथ-साथ उन्हें क्वालिटी बेस्ड एजुकेशन देना होगा। यूजीसी ने देशभर के 66 यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर के टीचर्स के लिए ऑर्गेनाइज्ड शार्ट टर्म कोर्स, ओरिएंटेशन प्रोग्राम और रिफ्रेशर कोर्स के टाइम ड्यूरेशन को कम कर दिया है। इसका उद्देश्य यूनिवर्सिटी या कॉलेज में स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा समय देना बताया जा रहा है। ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो सके। इसके लिए सभी यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर के डायरेक्टर को निर्देश जारी कर दिया गया है।

हर टीचर्स को कोर्स करना है अनिवार्य

यूजीसी की तरफ से डीडीयूजीयू कैंपस में यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर को स्थापित किया गया है। इस सेंटर पर यूनिवर्सिटी व कालेजेज के टीचर्स को टीचिंग के अलावा सब्जेक्ट वाइज स्टडी के तौर तरीके के कोर्स कराए जाते हैं। ताकि अच्छी शिक्षा दे सके। इसके लिए यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर पर रिफ्रेशर कोर्स, शार्ट टर्म कोर्स और ओरिएंटेशन प्रोग्राम चलाए जाते हैं। इसे हर टीचर्स को करना जरूरी होता है। लेकिन इन टीचर्स के लिए यूजीसी की तरफ से गाइडलाइन आई है कि जो ओरिएंटेशन प्रोग्राम चार हफ्ते का होता था वो अब 3 हफ्ते का हो गया है। जबकि, तीन हफ्ते के रिफ्रेशर कोर्स को दो हफ्ते का कर दिया गया है।

टीचर्स की संख्या को लेकर भी बदलाव

डीडीयूजीयू के यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर के डायरेक्टर प्रो। हिमांशु पांडेय बताते हैं कि यूजीसी की नई गाइडलाइन के मुताबिक पहले जहां इस कोर्स को करने के लिए 30 टीचर्स का बैच होना जरूरी था। वहीं इसकी संख्या को लेकर भी यूजीसी ने नया नियम बना दिया है। नए नियम के अनुसार अब 25 टीचर्स मिनिमम और मैक्सिमम 40 टीचर्स की संख्या डिसाइड कर दी गई है। जबकि, पहले मैक्सिमम की कोई लिमिटेशन नहीं था।

कोर्स भी किया गया डिसाइड

प्रो। पांडेय ने बताया कि ओरिएंटेशन प्रोग्राम के लिए एक सत्र में चार कोर्स कराना होता है। जबकि रिफ्रेशर कोर्स के लिए आठ कोर्स डिसाइड है। यह सब्जेक्ट वाइज होता है। शार्ट टर्म कोर्स 5 कोर्स करवाना है।

टीचर्स के लिए जरूरी है कोर्स

शार्ट टर्म कोर्स

यूनिवर्सिटी व संबद्ध कालेजेज के टीचर्स को एक हफ्ते बर्निग टॉपिक पर कोर्स कराया जाता है। ताकि वे अपने-अपने क्लास में बच्चों को इस टापिक पर रेग्यूलर पाठ्यक्रम के अलावा बर्निग टॉपिक पर भी ज्ञानवर्धन करा सकें। बर्निग टॉपिक में डिजास्टर मैनेजमेंट, वुमेंस स्टडीज, एंवॉयरमेंटल स्टडीज, ह्यूमन राइट्स आदि कोर्स शामिल होते हैं।

ओरिएंटेशन प्रोग्राम

जितने भी नवनियुक्त टीचर्स होते हैं। ओरिएंटेशन प्रोग्राम बेसिकिली उनके लिए होता है। इसमें नए और पुराने दोनों टीचर्स शामिल हो सकते हैं। इस प्रोग्राम में सब्जेक्ट के हिसाब से जानकारी दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य टीचिंग को कैसे इंप्रूव करें और बेस्ट क्या दे सकते हैं इसकी जानकारी दी जाती है।

रिफ्रेशर कोर्स

इस कोर्स को ओरिएंटेशन कोर्स करने के बाद ही टीचर्स करते हैं। इस कोर्स करना जरूरी इसलिए होता है कि ताकि उनका ग्रेड स्केल बढ़ सके। अगर वे इस कोर्स को नहीं करते हैं तो उन्हें ग्रेड स्केल का लाभ नहीं मिल सकेगा।

वर्जन

यूजीसी की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई है। कोर्स के टाइम ड्यूरेशन में बदलाव किया गया है। कोर्स कराने के लिए कुल 80 लाख का बजट है। इसमें से 40 लाख का बजट आ गया है।

प्रो। हिमांशु पांडेय, डायरेक्टर, यूजीसी-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर