- यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज को यूजीसी ने दिए निर्देश

- पेमेंट के ऑप्शन को आसान करने की हिदायत

- लॉकडाउन में एडमिशन के लिए मांगा जा रहा है पेमेंट

<- यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज को यूजीसी ने दिए निर्देश

- पेमेंट के ऑप्शन को आसान करने की हिदायत

- लॉकडाउन में एडमिशन के लिए मांगा जा रहा है पेमेंट

GORAKHPUR: GORAKHPUR: लॉकडाउन पीरियड चल रहा है और ऐसे में कई ऐसे लोग हैं, जो अपनी जॉब छोड़कर घरों को वापस लौट आए हैं। ऐसे में उनके लिए बच्चों को पढ़ाना एक बड़ा चैलेंज है। अब स्टूडेंट्स के लिए यूजीसी ने खास पहल की है।

हालात नॉर्मल होने तक सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज स्टूडेंट्स पर न तो फीस जमा करने का दबाव बनाएंगे और न ही किसी स्टूडेंट्स पर बर्डन ही डाल सकेंगे। इसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज को निर्देशित करते हुए कहा कि वह इस एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी डिफिकल्ट सिचुएशन में एनुअल सेमेस्टर फीस, ट्यूशन और एग्जामिनेशन के मैटर्स को कंसीडर करें और जहां तक फीजिबल हो, स्टूडेंट्स को सिचुएशन नॉर्मल होने तक पेमेंट के अल्टरनेटिव ऑप्शन प्रावाइड कराएं, जिससे इस मुसीबत में किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े।

पहुंची है शिकायत

यूजीसी ने ग्रीवांस और स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए पोर्टल बनाया है। इसके जरिए वह लगातार कंप्लेन सुन रहे हैं और उसको रिजॉल्व कर रहे हैं। इस सिचुएशन में काफी स्टूडेंट्स की शिकायत पहुंची है कि कुछ यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज स्टूडेंट्स पर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं और ऐसा न करने की कंडीशन में नाम काटने और रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने की भी बात कर रहे हैं। इसको सीरियस लेते हुए यूजीसी ने तत्काल सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज के लिए लेटर जारी किया है और सभी से इस डिफिकल्ट सिचुएशन में स्टूडेंट्स का फेवर करने की बात कही है।

कोविड के लिए ख्ास सेक्शन

स्टूडेंट्स की ग्रीवांस और प्रॉब्लम के लिए यूजीसी ने पहले से ही कंप्लेन सेक्शन बना रखा है और टाइम टू टाइम इसको मॉनीटर भी किया जाता है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर और ई-मेल भी बनाया गया है, जिससे स्टूडेंट्स को हर हाल में उनकी प्रॉब्लम का सॉल्युशन मिल सके। कोविड-क्9 के पीरियड के दौरान अब यूजीसी ने खास पहल करते हुए ग्रीवांस का अलग सेक्शन बनाया है, जिसमें स्टूडेंट्स खासतौर पर इस पीरियड में आने वाली प्रॉब्लम को यूजीसी से शेयर कर सकते हैं। इसकी मॉनीटरिंग के लिए अलग से टास्क फोर्स बनाई है, जो सिर्फ इसी पोर्टल पर आने वाले ग्रीवांस को अटेंड करेगी।

यूजीसी की यह अच्छी पहल है। इस वक्त काफी टफ सिचुएशन है, इस दौरान यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज को भी इसे कंसीडर करना चाहिए।

- श्रेयांशु पासवान

यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज को हालात देखकर यह फैसला खुद कर लेना चाहिए था, यूजीसी को इंटरफेयर करना पड़ा है। स्टूडेंट्स को काफी राहत मिलेगी।

- राहुल यादव

इस वक्त काफी लोगों की जॉब छूट गई है। इससे वह फीस देने में सक्षम नहीं हैं। यूजीसी ने अच्छी पहल की है। इससे फैमिली का बोझ कुछ कम होगा।

- प्रशांत कुमार

ग्रीवांस के लिए अलग सेक्शन बनाने के साथ ही टास्क फोर्स को इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मदारी सौंप दी है। इससे स्टूडेंट्स की शिकायतों पर जल्द कार्रवाई होगी।

- रजनीकांत

वर्जन