इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने अलगाववादियों से लड़ने के लिए सेना को पर्याप्त उपकरणों से लैस करने के लिए तीन अरब रूपए ख़र्च करने की घोषणा भी की है. यह घटना यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर हुई है.

वहीं दूसरी ओर यूक्रेन की सेना और नौसेना ने राजधानी किएफ़ में परेड के और करतब दिखाए. 2009 के बाद से पहली बार यूक्रेन की सेना ने इस तरह की परेड की. यूक्रेन के रूस समर्थक पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने इन्हें बंद करवा दिया था.

हाल ही के महीनों में सरकार और अलगाववादियों के बीच जारी लड़ाई में 2000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.

पूर्वी यूक्रेन में अस्थिरता के कारण लगभग 330,000 से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं.

'सैनिकों पर फेंकी बोतल'

यह हिंसा दोनेत्सक और लुहांस्क क्षेत्रों में यूक्रेन से अलग होने की घोषणा के बाद मार्च में रूस द्वारा मार्च में क्राइमिया इलाके पर कब्ज़ा कर लेने के कारण हुई.

रविवार को दोनेत्सक के मध्य में अलगाववादी सेना ने यूक्रेन के सैनिकों को मार्च करवाया. इनके हाथ बंधे हुए थे.

समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक सड़कों के किनारे पर स्थानीय खड़े लोग भी अस्त-व्यस्त दिख रहे बंधक सैनिकों टिप्पणियाँ कर रहे थे और कुछ लोगों ने उन पर बोतल भी फेंकीं.

जब से यह संकट शुरू हुआ है तब से दोनेत्सक लड़ाई का सबसे भारी केंद्र रहा है.

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बंधक बनाए गए यूक्रेन के सैनिकों की परेड करवाए जाने की निंदा की है.

International News inextlive from World News Desk