चौराहों से नदारत रहते हैं ट्रैफिक पुलिस के सिपाही

पब्लिक भी नहीं करती ट्रैफिक सिग्नल का पालन

ALLAHABAD: हाल ही में हाईकोर्ट ने ट्रैफिक डिपार्टमेंट को सिटी में लगने वाले जाम को लेकर फटकार लगाई थी। लगा था अब सिटी में कुछ सुधार दिखेगा, लेकिन यहां कुछ भी नहीं बदला है। संडे को आईनेक्स्ट ने प्रमुख चौराहों की पड़ताल की तो ट्रैफिक पुलिस संडे मनाते दिखी। वाहन चालकों ने इसका भरपूर फायदा उठाया। ट्रैफिक सिग्नल बेमानी हो गए थे और वाहन मनमाफिक दौड़ते नजर आए।

हर चौराहे का हाल बेहाल

आईनेक्स्ट की टीम सबसे पहले बालसन चौराहे पहुंची। यहां ट्रैफिक का कोई सदस्य नहीं दिखा। लोग बेधड़क चौराहे से गुजर रहे थे। कुछ यही हाल सिविल लाइंस एकलव्य चौराहे का भी था। रेड लाइट को कोई फॉलो नहीं कर रहा था। सब अपनी मौज में थे। धोबी घाट चौराहे का हाल भी यही था। जिन चौराहों पर रोज आधा दर्जन की संख्या में ट्रैफिक जवान दिखते हैं वहां संडे को एक भी जवान नजर नहीं आया।

रौब गांठने में तोड़ते नियम

शहर में लाख कोशिश के बावजूद कोई ट्रैफिक रूल्स फालो नहीं करता। इसके पीछे की वजह है एक-दूसरे पर रौब गांठने की मंशा। अक्सर देखने को मिलता है कि चौराहे पर लोग रेड लाइट देख खड़े रहते हैं तभी पीछे से कोई आता है नियम ब्रेक कर निकल जाता है। उसे देख दो-चार और लोग पीछे से निकल जाते हैं। ट्रैफिक जवान उन्हें ऐसा करने से रोकने की बजाय चुपचाप बैठे रहते हैं, इससे रूल्स ब्रेक करने वालों का हौसला और बढ़ जाता है।