मुंबई (आईएएनएस)। एक्टर सूर्या शर्मा के लिए टीवी जगत में अपनी जगह पाना आसान नहीं था। उन्हें सघर्ष करते हुए करीब सात साल हो गए थे तब जाकर कहीं पहला ब्रेक मिला। सूर्या ने बताया, 'एक्टिंग करने का डिसीजन मैंने अचानक नहीं लिया था। मैं बचपन से ही अभिनय में था। मेरा पहला स्किट प्ले तब था जब मैं थर्ड स्टैंडर्ड में था। यह बाल दिवस था और मैंने पहला पुरस्कार जीता। मुझे उस दिन कुछ महसूस हुआ, लेकिन मैं इसे एक बच्चे के रूप में व्यक्त नहीं कर सका।'

अनदेखी से बटोरी सुर्खियां
सूर्या ने 2018 में रोमांटिक-कॉमेडी "वीरे दी वेडिंग" से कदम रखा। लेकिन उन्हें असली पहचान खलनायक रिंकू सिंह से मिली। जब उन्हें इस साल की सस्पेंस ड्रामा वेब सीरीज़ "अनदेखी" में देखा गया। हालांकि इस स्तर तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी। सूर्या बताते हैं, "जैसा कि मेरे पिता कहते हैं, 'घिसोगे नहीं तो चमकोगे कैसे। मैं अपने दिल के करीब रहता हूं और यह चलता रहता है। टीवी में अपना पहला काम करने से पहले मैंने 800 से 900 ऑडिशन दिए। मुझे प्रति दिन 1,500 रुपये मिलते थे और उस वक्त मैं इसी में खुश था।'

सात साल पहले आया था मुंबई
सूयर ने याद किया कि उन्हें यहां तक ​​पहुंचने में सात साल लगे। वह कहते हैं, 'बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखे लेकिन यह प्रक्रिया का एक हिस्सा है। अगर उन्हें वास्तव में अपने काम से प्यार है तो यह सब करना चाहिए। 'संतुष्ट' सही शब्द नहीं है, हालांकि मुझे पता है कि मैं अभी जहां भी हूं, उससे खुश हूं। यदि आप और निखरना चाहते हैं तो आपको हर दिन कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।' पुरानी यादों को ताजा करते हुए सूर्या कहते हैं, 'जब भी मैं मंच पर होता हूं, या कैमरे के सामने, मैं बेहद मुक्त महसूस करता हूं। इसने मुझे आकर्षित किया और मैंने इसे आगे बढ़ाने का फैसला किया। मेरे माता-पिता बेहद सहायक थे। जब मैं सात साल पहले बॉम्बे आया था, तो सोचा न था कि एक दिन यहां पहुंच जाउंगा।'

सबको करना पड़ता है संघर्ष
एक्टर का कहना है, 'हर किसी के संघर्ष का एक समय होती है और एक इंसान के रूप में एक व्यक्ति इससे सीखता है। प्रत्येक व्यक्ति का संघर्ष होता है, कुछ मानसिक रूप से और अन्य तरीकों से। मुंबई एक महंगा शहर है और यहां जीवन को बनाए रखना आसान नहीं है। मैंने टीवी शो के साथ शुरुआत की और मैं अभिनय से जुड़ी हर तरह की चीजों को जानना चाहता था।'

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