- अभियान की ऐसी-तैसी, फिटनेस में लापरवाही

- आरटीओ के कोरमपूर्ति में दौड़ते रहते हैं अनफिट वाहन

GORAKHPUR: प्रदेश भर में चल रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के बीच कुशीनगर में हुए हादसे ने कार्रवाई की पोल खोलकर रख दी है। शहर के भीतर वाहनों में बच्चों को ठूंस-ठूंसकर स्कूल पहुंचाया जाता है। एक्सीडेंट के बाद एक ओर जहां आरटीओ में पुरानी फाइलें खंगाली जा रही हैं। वहीं शनिवार से विशेष अभियान चलाने का दावा आरटीओ अधिकारियों ने किया है। शुक्रवार को कैंपस में फिटनेस जांच के लिए आधा दर्जन वाहन पहुंचे। कमी देखकर कर्मचारियों ने वाहनों को लौटा दिया। एआरटीओ संदीप पंकज ने बताया कि शनिवार से अभियान की शुरूआत की जाएगी। हालांकि इसके पहले भी शहर में अभियान चलाया जा चुका है।

पांच माह में सिर्फ 189 फिटनेस

आरटीओ अभियान चलाकर स्कूली बसों के फिटनेस की जांच करता है। स्कूली बसों की जांच पड़ताल करने के दावे भी किए जाते हैं। आरटीओ में नवंबर माह से 31 मार्च तक 189 वाहनों का फिटनेस किया गया है। आईआई जय सिंह ने बताया कि जो लोग वाहन लेकर कैंपस में आ रहे हैं। उनके वाहनों की जांच पड़ताल करके फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। शहर में 12 हजार से अधिक वाहनों का टेक्निकल मुआयना भी बाकी है। व्हीकल ऑनर के वाहन लेकर आरटीओ आने पर ही फिटनेस देने की व्यवस्था है। अप्रैल माह की शुरूआत में आरटीओ ने स्कूलों में जाकर फिटनेस की जांच पड़ताल की थी।

इतने वाहन फिट

गोरखपुर 189

कुशीनगर 94

महराजगंज 65

देवरिया 121

आरटीओ में रजिस्टर्ड कुल वाहन - 1030

जिले में यूपी बोर्ड के कुल स्कूल- 438

सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल - 77

बिना मान्यता के संचालित स्कूल - 48

आईसीएसई बोर्ड के स्कूल - 31

नगर क्षेत्र में मान्यता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल- 78

वर्जन

स्कूली वाहनों की जांच पड़ताल की जाएगी। शनिवार से व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। ओवरलोडिंग और वाहनों में किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर स्कूल प्रबंधक के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

- संदीप पंकज, एआरटीओ इनफोर्समेंट