-बर्रा थाना पुलिस ने तीन वाहन चोर पकड़े, चोरी की 10 गाडि़यां भी बरामद की

-प्रेस कांफ्रेंस में ही एक आरोपी बोला, तीन आरोपियों को पैसे लेकर छोड़ा गया

-नाराज परिजन पुलिस से भिड़े, बमुश्किल आरोपियों को जेल भेजा

KANPUR : शहर की पुलिस किस तरह से बेकसूर को अपराधी बनाकर गुडवर्क करती है। इसकी पोल शुक्रवार को उस वक्त खुल गई, जब बर्रा थाने में वाहन चोरी की प्रेस कांफ्रेंस हो रही थी। कांफ्रेंस के दौरान ही एक आरोपी ने पुलिस पर फर्जी फंसाने का आरोप लगाते हुए पैसे लेकर तीन गुनाहगारों को छोड़ने का खुलासा कर दिया। उसके मुताबिक पुलिस ने उसके समेत दो लोगों पर गुनाह का सारा ठिकरा फोड़ दिया, जबकि असली गुनाहगार कोई और है। जिन्हें पुलिस ने देर रात को थाने से छोड़ दिया। पुलिस के इस 'खेल' से आरोपियों के परिजन भी इस कदर भड़क गए कि उन्होंने गाली-गलौज करते हुए पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। वहीं, इस बाबत इंस्पेक्टर ने खुद को पाक साफ बताते हुए सिर्फ आरोपियों के ही पकड़े जाने का दावा किया।

तीनों को रास्ते से पकड़ा

बर्रा थाने में शुक्रवार को एसपी साउथ ने प्रेस कांफ्रेंस कर वाहन चोरों के गैंग का भंडाफोड़ किया। उनके मुताबिक बर्रा इंस्पेक्टर ने गुरुवार की रात को मुखबिर की सूचना पर तीन शातिर चोर अजय यादव, आशू उर्फ आशीष उर्फ रोली और शानू उर्फ राबिन को दबोचा। वे वरुण विहार के जंगल से मेहरबान सिंह पुरवा की ओर जा रहे थे कि तभी पुलिस ने उनको पकड़ लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की दस बाइक बरामद की है। एसपी साउथ के मुताबिक तीनों महंगे शौक पूरा करने के लिए चोरी करते हैं, जिसमें अजय गैंग का सरगना है। तीनों मास्टर चाभी से बाइक चोरी करते हैं।

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घर से उठाकर दिखा दिया गुडवर्क

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जैसे ही तीनों आरोपियों को मीडिया के सामने लाया गया तो उन्होंने पुलिस पर फर्जी फंसाने का आरोप लगा दिया। आनन फानन में इंस्पेक्टर उनकी फोटो करवाकर बाहर ले गए, जहां आई नेक्स्ट ने आशू उर्फ आशीष से बात की तो उसने पुलिस के गुडवर्क की पोल खोल दी। उसके मुताबिक पुलिस ने उसको तीन दिसंबर शातिर अपराधी रोहित पंचर की निशानदेही पर घर से उठाया था। पुलिस रोहित के साथ ही उसके घर आई थी। पुलिस जब उसे थाने ले गई तो वहां पर हवालात में पांच लड़के पहले से मौजूद थे। पुलिस उसके समेत अन्य आरोपियों को छोड़ने के लिए लेनदेन की बात कर रहे थे। जिसमें उसके समेत दो अन्य शातिर के परिजन से पुलिस की बात नहीं बन पाई तो पुलिस ने उन पर सारा ठिकरा फोड़ कर अपराधी बना दिया, जबकि अन्य तीन आरोपियों को थाने से छोड़ दिया।

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कहां से आएंगी नौ बाइक

पुलिस के हत्थे चढ़े आशू के मुताबिक पुलिस ने उन लोगों की निशानदेही पर एक बाइक बरामद की थी, लेकिन पुलिस ने उन पर दस बाइक और तमंचा बरामदगी दिखा दी। सवाल है कि आखिर पुलिस नौ बाइक और तमंचा कहां से लाई।