कानपुर। Union Budget 2020: First Budget of India अविभाजित भारत का पहला बजट साल 1860 में बनाया गया था, इसे बनाने वाले स्‍कॉटिश मूल के जेम्‍स विल्‍सन थे। जिन्‍हें आज हम स्‍टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के संस्‍थापक के तौर पर भी जानते हैं। वे 'द इकोनॉमिस्‍ट' मैगजीन के संस्‍थापक के तौर पर भी जाने जाते हैं। आइए जानें इनके बारे में...

हैट बेचने से की थी करियर की शुरुआत

यह जानकर लोगों को अजीब लग सकता है कि जिस आदमी ने भारत का पहला बजट बनाया उसने अपने करियर की शुरुआत हैट बेचने से की थी। बहरहाल इस काम ने उन्‍हें फाइनेंस और इकोनॉमिक्‍स के बारे में बहुत कुछ सिखाया। इकोनॉमिक टाइम्‍स के मुताबिक समय के साथ वे अविभाजित भारत के वायसराय लॉर्ड कैनिंग की काउंसिल में बतौर फाइनेंस मेंबर उन्‍हें जगह मिली। वे ब्रिटिश संसद के भी सदस्‍य रहे व यूके ट्रेजरी के फाइनेंस सेक्रेटरी व बोर्ड ऑफ ट्रेड के वाइस प्रेसिडेंट जैसे पदों को भी संभाला।

साल 1859 में पहली बार भारत आए

जेम्‍स विल्‍सन ने साल 1859 में पहली बार भारत की धरती पर कदम रखा। यह 1857 के भारत के पहले स्‍वाधीनता संग्राम के ठीक बाद का दौर था। सेना पर अत्‍यधिक खर्च के कारण सरकार का खजाना खाली और घाटा बढ़ चुका था। ऐसे में विल्‍सन से यह उम्‍मीद की जा रही थी कि वे वित्‍त के बारे में अपने अनुभव के बूते सरकार को इस स्थिति से बाहर निकालने में मददगार साबित होंगे।

अविभाजित भारत का पहला बजट

ब्रिटिश राज में अविभाजित भारत का पहला बजट पेश हुआ, विल्‍सन ने बिखरी हुई चीजों को समेटकर उसे आकार दिया। उन्‍होंने ऑडिटिंग व अकाउंटिंग के तत्‍कालीन ढांचे की समीक्षा की व उसमें सुधार सुझाए। उन्‍होंने ही पहली बार भारतीयों का इंकम टैक्‍स से परिचय कराया, हालांकि उनका यह अधिनियम विवाद का शिकार हुआ जिसका काफी सारे लोगों ने विरोध किया।