नई दिल्ली (एएनआई)। Union Budget 2023 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे लोकसभा में बजट 2023 पेश करेंगी। संसद के इस कार्यकाल में यह नरेंद्र मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होगा। पिछले दो केंद्रीय बजटों की तरह, केंद्रीय बजट 2023-24 भी पेपलेस मोड में ही पेश किया जाएगा। बजट से पहले एएनआई से बात करते हुए, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि लोगों की उम्मीदें बजट में दिखाई देंगी, जो आज पेश होगा। यह समाज के हर वर्ग की अपेक्षाओं को शामिल करने वाला बजट है। पीएम मोदी के नेतृत्व और निर्मला सीतारमण की देखरेख के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर है। आर्थिक सर्वेक्षण भी यही सुझाव देता है। सभी को ध्यान में रखते हुए बजट बनाया गया है।" समाज के वर्गों और यह सभी की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।

आर्थिक सर्वेक्षण का हवाला दिया

वित्त राज्य मंत्री डॉक्टर भागवत कराड ने संवाददाताओं से कहा कि सभी प्रगति कर रहे हैं, और आर्थिक सर्वेक्षण का हवाला दिया। देश ने कोविड से अच्छी रिकवरी की है। यदि हम आर्थिक सर्वेक्षण देखें, तो सभी क्षेत्रों में प्रगति हो रही है। अन्य देशों की तुलना में, हमारी अर्थव्यवस्था अच्छी है। 2014 में जब पीएम ने शपथ ली थी, तब भारत 10 वें (अर्थव्यवस्था के मामले में) था, आज यह 5 वां है। इस साल का बजट बहुत मायने रखता है क्योंकि देश में अप्रैल-मई 2024 में अगला लोकसभा चुनाव होना है।

बजट सत्र मंगलवार को शुरू हुआ

संसद का बजट सत्र मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। इस साल के बजट सत्र में 6 अप्रैल तक 27 बैठकें होने जा रही हैं, जिसमें बजट कागजात की जांच के लिए एक महीने का अवकाश होगा। सत्र का पहला भाग 13 फरवरी को समाप्त होगा। बजट सत्र के दूसरे भाग के लिए संसद 12 मार्च को फिर से शुरू होगी और 6 अप्रैल को समाप्त होगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि कोविड महामारी से भारत का आर्थिक सुधार पूरा हो गया है और आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था के 6 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के दायरे में बढ़ने की उम्मीद है। यह इस वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत की तुलना में है।

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