जनमत संग्रह में नहीं लेना चाहिए
इन दिनों विधानसभा चुनाव से पूर्व चुनाव सर्वेक्षण आ रहे हैं. ऐसे में जैसे ही नतीजों में यह बात सामने आयी कि आम आदमी पार्टी बढ़त हो रही है, तो बीजेपी की चिंता बढ़ गयी है. कल केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इन दिनों यह मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव है, प्रधानमंत्री के लिए नहीं. नरेन्द्र मोदी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. यह प्रदेश का चुनाव है. आप मुख्यमंत्री चुनने जा रहे हैं, प्रधानमंत्री नहीं. ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार के किए कार्यों को जनमत संग्रह में नहीं लेना चाहिए.

मोदी और केजरीवाल में कोई तुलना नहीं
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली का चुनाव मोदी बनाम केजरीवाल बनाना बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल कौन है? केजरीवाल ने संसदीय चुनाव लड़ा लेकिन देखा क्या हुआ. यहां भी वही बातें होने जा रही है. मोदी और केजरीवाल में कोई तुलना नहीं है. मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं जिन्हें लोगों ने चुना है और करीब 400 सांसदों का समर्थन प्राप्त है. इसके अलावा सबसे खास बात तो यह है कि वह सिर्फ दिल्ली ही नहीं पूरे देश की जनता के चहेते हैं.

उसी दल के पूर्व सदस्यों ने लगाए
वहीं पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को दिल्ली में पार्टी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि यह एक अहम फैसला है. जो पार्टी के नेताओं ने बहुत ही सोच समझकर लिया. इसमें पार्टी के सभी नेताओं की सहमति रही है. वहीं आप पर फडिंग का आरोप लगाये जाने के सवाल पर कहा कि आरोप बीजेपी ने नहीं उसी दल के पूर्व सदस्यों ने लगाए हैं. उनकी पार्टी के नेता और लोग आम आमदी पार्टी की हकीकत से भलीभांति परिचित हैं.

प्यार किया तो डरना क्या
इतना ही नहीं वेंकैया ने आप और कांग्रेस के आपसी संबंध होने की बात पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आप ने पहले भी दिल्ली पर शासन किया और बर्बाद किया. यह प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस की सहानुभूति कहां हैं. वह आप को बचाने का प्रयास कर रही है. यह आने वाले समय के लिए संकेत है. लोग इसे देखेंगे. मैं कहता हूं ‘प्यार किया तो डरना क्या’ आप लोगों को बतायें कि साथ साथ है. उन्होंने कहा कि यह साफ है कि दोनों फिर से हाथ मिलायेंगे.

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