-30 परसेंट या इससे ऊपर वाले स्टूडेंट्स को एग्जाम की परमीशन मिली

-अब 30 परसेंट से नीचे वाले करीब सौ स्टूडेंट्स वीसी से मांग रहे परमीशन

KANPUR : छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं को 30 परसेंट अटेंडेंस होने पर सेमेस्टर एग्जाम देने की परमीशन वाइस चांसलर ने दे दी है। जबकि यूनिवर्सिटी के अन्य संस्थानों व कैंपस में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को 60 से 75 परसेंट अटेंडेंस होने पर ही परीक्षा में बैठने की परमीशन यूनिवर्सिटी प्रशासन देता है। महज एक संस्थान के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने आर्डिनेंस की धज्जियां क्यों उड़ाई, यह अब भी सवालों के घेरे में है। खास बात यह है कि अब करीब एमबीए व बीबीए के 100 स्टूडेंट्स जिनकी अटेंडेंस 30 परसेंट से नीचे है, वह भी कुलपति के दरबार में सेमेस्टर एग्जाम की परमीशन मांग रहे हैं।

60 परसेंट अटेंडेंस चाहिए

यूनिवर्सिटी ने ऑड सेमेस्टर एग्जाम 14 दिसंबर से कराए जाने की तैयारी पूरी कर ली है। यूनिवर्सिटी कैंपस से इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एमबीए के पांच कोर्स चल रहे हैं। इसके अलावा बीबीए की भी पढ़ाई हो रही है। यूनिवर्सिटी के ऑर्डिनेंस में अटेंडेंस का जो प्रावधान रखा गया है, उसमें 75 परसेंट वाले स्टूडेंट्स को ही एग्जाम में बैठने की अनुमति दी जाएगी। स्पेशल कंडीशन में डायरेक्टर 5 परसेंट व वाइस चांसलर 10 परसेंट तक परमीशन दे सकते हैं। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स की अटेंडेंस 60 परसेंट होगी, उन्हें परीक्षा देने की अनुमति स्पेशल कंडीशन में मिल सकती है।

बीबीए के 55 छात्र परीक्ष्ा से वंचित

स्टूडेंट्स का आरोप है कि आईबीएम में लास्ट इयर जिन स्टूडेंट्स की अटेंडेंस 10 परसेंट थी उन्हें सेमेस्टर एग्जाम देने की परमीशन मिली थी। इस बार ऑड सेमेस्टर एग्जाम 14 दिसंबर से कराया जाएगा। इस एग्जाम में जिन स्टूडेंट्स की अटेंडेंस 30 परसेंट या इससे ऊपर है उन्हें परीक्षा देने की परमीशन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दे दी है। जिनकी इससे कम है उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो। मुकेश रंगा ने नोटिस जारी कर बीबीए के फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड सेमेस्टर में 55 स्टूडेंट्स को अटेंडेंस शार्ट होने पर परीक्षा से वंचित करने की लिस्ट संस्थान के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी है।

मेधावी भी अटेंडेंस के पेंच में फंसे

मास्टर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के पांच कोर्स के 22 स्टूडेंट्स को भी सेमेस्टर एग्जाम में बैठने की परमीशन नहीं दी गई है। इसमें एक मेरिटोरियस स्टूडेंट शिखा बेरीवाल जो कि फ‌र्स्ट सेमेस्टर में क्लास में सिक्स रैंक पर थी सेकेंड सेमेस्टर में क्लास में फोर्थ रैंक थी इस बार बीमारी के चलते वह अटेंडेंस का कोरम पूरा नहीं कर पाई जिसकी वजह से उसे भी परमीशन नहीं मिली। यह मेधावी मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक से परीक्षा में बैठने की परमीशन दिलाने की गुहार लगा रही थी।

वर्जन

प्रोफेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स की गिरती संख्या को ध्यान में रखकर अटेंडेंस में आईबीएम के स्टूडेंट्स को लिबर्टी दी गई है। लेकिन नेक्स्ट टाइम से अटेंडेंस के मैटर पर छात्रों के साथ सख्ती से की जाएगी।

-सय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार, सीएसजेएमयू।

ॉक्स।

रिसर्च स्कॉलर के साथ सख्ती क्यों

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। प्री पीएचडी कोर्स में अटेंडेंस को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने काफी सख्त रवैया अपनाया था। प्री पीएचडी एग्जाम में करीब 200 से ज्यादा रिसर्च स्कॉलर को शार्ट अटेंडेंस की वजह से परीक्षा में नहीं बैठने दिया था, फिर आईबीएम के स्टूडेंट्स पर इतनी मेहरबानी यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों कर रहा है। एक ही यूनिवर्सिटी में अलग-अलग स्टूडेंट्स को नियमों में क्यों बांधा गया है, इसका जवाब यूनिवर्सिटी का कोई भी अधिकारी देने को तैयार नहीं है।