-वाई-फाई की सुविधा टीचर्स के साथ स्टूडेंट्स के ईजली रीच में होगा

-आरयू ने प्रपोजल बनाकर बीएसएनल को सौंप दिया है

BAREILLY: आरयू कैंपस को वाई-फाई से लैस करने की कवायद काफी टाइम से चल रही है। पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से इस पर रणनीति बन रही है। अब आरयू ने इसके लिए फाइल की कार्रवाई तेज कर दी है। इसके लिए बीएसएनएल को प्रपोजल भेजा गया है। लेकिन इसको लेकर यह भी आशंका बनी हुई है कि कहीं वाई-फाई की सुविधा स्टूडेंट्स के लिए प्रॉब्लम खड़ी न कर दे। आशंका यह भी जताई जा रही है कि यह सुविधा स्टूडेंट्स के लिए महंगी पड़ जाएगी। यदि आरयू पर बर्डन पड़ा तो वह इसका बोझ स्टूडेंट्स पर डाल सकता है।

पूरे कैंपस को किया जाएगा वाई-फाई

देर से ही सही लेकिन आरयू ने जब कैंपस को वाई-फाई कराने का फैसला लिया तो इसकी जद में पूरे कैंपस को किया है। न केवल एडम ब्लॉक बल्कि सभी एकेडमिक डिपार्टमेंट्स, लाइब्रेरी और ग‌र्ल्स और ब्वॉयज हॉस्टल में भी वाई-फाई प्रोवाइड कराया जाएगा। प्रोवीसी प्रो। वीपी सिंह ने बताया कि वाई-फाई की सुविधा सभी को दी जाएगी। टीचर्स के साथ स्टूडेंट्स के ईजली रीच में होगा। इसके लिए आरयू ने प्रपोजल बनाकर बीएसएनल को सौंप दिया है। लखनऊ के अधिकारियों ने कैंपस का दौरा भी किया। बीएसएनल आरयू को बताएगा कि पूरे कैंपस को वाई-फाई करने के लिए कितने संसाधन की जरूरत पड़ेगी, स्पीड क्या रहेगी और इसमें लागत कितनी आएगी।

स्टूडेंट्स पर पड़ सकता है आर्थिक बोझ

पूरे कैंपस में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आरयू को भारी भरकम बजट खर्च करना पड़ेगा। यही नहीं इंटरनेट स्टार्ट होने के बाद जब स्टूडेंट्स उसका रेगुलर यूज करेंगे तो हर महीने का लंबा-चौड़ा बिल आएगा। जिसका वहन करना आरयू के लिए भारी पड़ जाएगा। आरयू में इस बात का विचार चल रहा है कि यदि बिल ज्यादा हुआ तो इसकी भरपाई स्टूडेंट्स से की जाएगी। ऐसे में नेक्स्ट सेशन से यह हो हो सकता है कि स्टूडेंट्स से फीस के दौरान वाई-फाई का भी चार्ज वसूला जाए। फिलहाल प्रोवीसी प्रो। वीपी सिंह ने इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस इतना बताया कि यह बाद की बात है कि स्टूडेंट्स से चार्ज वसूला जाए कि नहीं।