- यूनिवर्सिटी में नॉमिनेशन की बदली डेट, चुनाव सेम डेट

- कैंपस में अभी राजनीतिक दलों के बीच है गहमागहमी

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी और संबद्ध कॉलेजों में चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में एक ही दिन नॉमिनेशन की डेट जारी की थी। साथ ही मतदान भी एक ही तरीख को रखा गया है। उधर यूनिवर्सिटी में चल रही समस्याओं के चलते वहां की नॉमिनेशन डेट में आगे बढ़ा दिया गया है, लेकिन चुनाव की डेट सेम है। इसका सबसे बड़ा कारण यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की लिस्ट पूरी नहीं होना माना जा रहा है।

यह रहेगा सीन

यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव की डेट छह नवंबर तय की गई थी, लेकिन मोहर्रम और गंगा स्नान में फोर्स की व्यवस्था को देखते हुए इसकी डेट आगे बढ़ा दी गई। जहां नॉमिनेशन ख्8 अक्टूबर को होने थे इसकी डेट चेंज करते हुए क् नवंबर कर दी गई और नाम वापसी के लिए दो नवंबर की डेट रखी गई। इसके साथ ही वोटिंग क्फ् नवंबर को होना तय हुआ। एक बार फिर यूनिवर्सिटी में चल रही उठा-पठक के बीच नॉमिनेशन डेट बदल दी गई, जिसकी डेट बढ़ाते हुए सात नवंबर कर दी गई है। नाम वापसी की डेट आठ नवंबर रहेगी।

यह रहा कारण

यूनिवर्सिटी कैंपस में नॉमिनेशन की डेट एक नवंबर तय थी, लेकिन वहां न तो अधिसूचना जारी की गई और न ही डिपार्टमेंट्स में मौजूद स्टूडेंट्स की लिस्ट ही तैयार हुई। जैसे नॉमिनेशन की डेट पास आ रही थी, वैसे ही लोड बढ़ रहा था। जल्दी-जल्दी करने के बाद भी डिपार्टमेंट्स की लिस्ट पूरी नहीं हुई। उधर चुनाव अधिकारी बनाए गए इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर द्वारा अधिसूचना जारी नहीं की गई। ऐसे में इस डेट को आगे बढ़ा दिया गया। वहीं फोर्स की कमी के कारण भी डेट आगे बढ़ाई गई। छह तारीख तक गंगा स्नान में फोर्स रहेगी। इसके बाद फोर्स यूनिवर्सिटी को मिल पाएगी।

मिल गया समय

एक तरफ स्टूडेंट्स लीडर चुनाव के लिए नॉमिनेशन की तैयारी में लगे थे अब उनकी चाल एक बार फिर से धीमी हो जाएगी। यूनिवर्सिटी में बढ़ाई गई नॉमिनेशन डेट के चलते जो चुनावी शोर जोर पकड़ रहा था वह डेट के कारण कमजोर पड़ जाएगा। साथ ही उन पार्टीज के लिए राहत मिल जाएगी जिनके अभी कैंडीडेट्स भी सामने नहीं आए हैं। एनएसयूआई और एबीवीपी के कैंडीडेट्स अभी भी पूरी तरह मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि सपा छात्र महासभा का पूरा पैनल पहले ही तैयार हो गया है। वहीं कुछ कॉलेजों में नॉमिनेशन की डेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

लिंगदोह कमेटी के अनुसार टेन डेज वर्किंग होने चाहिए। जिसको देखा गया तो हमने तय किया कि विदइन टेन डेज में ही प्रोसेडिंग पूरी कर देनी चाहिए। इसलिए नॉमिनेशन की डेट बढ़ाकर सात कर दी गई। आठ को नाम वापसी और क्फ् नवंबर को मतदान होगा।

- प्रोफेसर वाई विमला, डीएसडब्ल्यू