-सैकड़ों स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी रोड कर दिया जाम

-हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर की जमकर नारेबाजी

-एसपी सिटी के आश्वासन के बाद किया खोला जाम

- लिंगदोह कमेटी के नियम फॉलो न करना पड़ रहा भारी

Meerut: यदि पहले ही लिंगदोह की सिफारिशों को ध्यान में रखकर यूनिवर्सिटी में चुनाव कराया जाता, तो शायद ये दिन न देखना पड़ता। कॉलेजों में छात्र राजनीति ही दबादबा बनाने का अड्डा बन चुके है। गौरतलब है कि देशभर में छात्र चुनाव को शालीनता और संयम से कराने के लिए लिंगदोह समिति का गठन किया गया था। यही नहीं लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुरूप एनेक्सर फोर डी के अनुरूप छात्र संगठन के चुनाव कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश भी दिया था। बावजूद इसके, सीसीएसयू ने लिंगदोह समिति की सिफारिशों को दरकिनार कर चुनाव कराए.जिसका असर यह रहा कि छात्रसंगठन चुनाव में छात्रों की आपसी रंजिश विवादों का नया फलसफा लिख रही है। आलम यह है कि आए दिन कैंपस में लॉ एंड आर्डर को ताक पर रख अपराधी स्टूडेंट्स गोलियां चला रहे। मंगलवार को विगत दिवस कैंटीन में सीनियर छात्र पर गोलीकांड की घटना के बाद छात्रों ने विरोध जताया।

स्टूडेंट्स का जबर्दस्त विरोध

गोलीकांड के विरोध में सैकड़ों छात्र सड़क पर उतर आए.सभी ने नारेबाजी करते हुए 11 बजे यूनिवर्सिटी गेट पर दोनो ओर ट्रक खड़े कर जाम लगा दिया। साथ ही धरने पर बैठ गए। करीब ढाई घंटे बाद व्यवस्था बिगड़ते देख एसपी सिटी ने बामुश्किल गुस्साए स्टूडेंट्स को समझाकर मामला शांत कराया।

ये था मामला

मंगलवार को शाम तीन बजे रिसर्च स्कालर योगेश मोरल और अरुण कसाना अपने साथियों के साथ कैंपस स्थित कैंटीन पर खड़े थे। इसी बीच किसी बात को लेकर छात्र संघ अध्यक्ष देवेश राणा के साथ कुछ अन्यस्टूडेंट्स आए और किसी बात को लेकर उनसे उलझ गए। देखते ही देखते अध्यक्ष के साथियों ने योगेश मोरल और अरूण खटाना को गोली मार दी। जिसकी चपेट में आने से दोनों स्टूडेंट्स घायल हो गए थे। जिन्हे निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों के अनुसार अरुण खटाना को तो गोली महज छूकर निकल गई थी, जबकि योगेश मोरल के सीने में गोली लगी है। जिनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है।

मंदिर पर हुए एकत्र

गोलीकांड के विरोध में बुधवार को सैंकड़ों स्टूडेंट्स विवि स्थित मंदिर पर एकत्र हुए। जुलूस के रूप में रोड पर आकर छात्रों ने जाम लगा दिया। सड़क के दोनों ओर ट्रक और ट्राला खड़ा कर दिया। सूचना मिलने पर आनन-फानन में मेडिकल पुलिस सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के लाख समझाने पर भी जब स्टूडेंट्स जाम खोलने के लिए माने तो एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी मौके पर पहुंचे और हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर आश्वासन दिया। जब जाकर स्टूडेंट्स ने जाम खोला।

24 घंटे का दिया अल्टीमेटम

धरने पर बैठे सैंकड़ों स्टूडेंट्स का नेतृत्व कर रहे अनुज जावला और नीशू भाटी ने पुलिस को सभी आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होने चेतावनी देते हुए कहा यदि बुधवार 11 बजे तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।

दोनों ओर से जाम

स्टूडेंट्स द्वारा लगाए गए जाम से सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। जिसके चलते काफी देर तक मुसाफिरों को जाम के झाम में फंसा रहना पड़ा। पुलिस ने आनंद हॉस्पिटल से वाहनों को डायवर्ट किया। साथ ही जेल चुंगी की ओर से आने वाले वाहनों को विक्टोरिया पार्क से होकर गुजारा गया।

क्या कहना है इनका

यदि लिंगदोह समिति के अनुसार चुनाव कराया जाए, तो असली लीडर चुनकर आएगा, जो स्टूडेंट्स की समस्याओं को निपटाने का काम करेगा। अब नेताओं का स्ट्ेटस दबंगई और दिखावा करना रह गया है। उसकी परिणाम आए दिन देखने को मिल रहा है।

-आयुष पंवार, पूर्व छात्र नेता

इस यूनिवर्सिटी में पांच छात्र नेता भी लिंगदोह की सिफारिशों पर खरे नहीं उतर पाएंगे.इसलिए यहां लिंगदोह समिति के दस फीसदी नियम भी चुनाव में फॉलो नहीं किए जाते हैं। साथ ही यहां स्टूडेंट यूनियन लीडर को भी समिति के नियमों के बारे में जानकारी नहीं है।

-रोहण बंसल, छात्र नेता

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एक भी नहीं गिरफ्तार

यूनिवर्सिटी में हुई फायरिंग के मामले में छात्र संघ अध्यक्ष देवेश राणा, विजय धामा, विक्रांत शेरपुरिया, प्रशांत, प्रदीप कुंडा और तनवीर के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन पुलिस अभी तक एक को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

वर्जन

आरोपी छात्रों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है। तीन थानों की पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच को आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाया गया है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।

-आलोक प्रियदर्शी, एसपी सिटी

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मुकदमे में नामजद स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आरोपी छात्रों को बर्खास्त किया जाएगा। कैंपस में चौकसी के बंदोबस्त किए गए हैं।

-डॉ। जितेन्द्र ढाका, चीफ प्रॉक्टर सीसीएसयू

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