- केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने एलयू में भारत रत्‍‌न अटलजी के नाम पर बिल्डिंग का किया शुभारंभ

LUCKNOW : केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विश्व स्तर पर रैकिंग में 1000 संस्थाओं में सिर्फ 40 संस्थाएं और टॉप 500 में सिर्फ 9 संस्थाएं ही देश की शामिल हैं। ऐसे में एमएचआरडी की तरफ से 20 ऐसे सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को चुना गया है, जो विश्व स्तर की रैकिंग में स्थान हासिल कर सकें। शिक्षण संस्थाओं को रैकिंग में आने के लिए जो रिसर्च हो चुके हैं, उनसे आगे के रिसर्च की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। पोखरियाल शुक्रवार को एलयू में भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी प्रखंड और उर्दू पर्शियन प्रखंड के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।

चंद्रयान-2 की निदेशक रितु करिधाल एलयू से है

उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि अटलजी के नाम पर पूरे देश में एलयू ने प्रखंड स्थापित कर उनके नाम को बढ़ाया है। दूसरी खुशी इस बात की है कि चंद्रयान-2 की निदेशक रितु करिधाल इसी यूनिवर्सिटी की छात्रा रही हैं। कुछ ही समय के बाद चंद्रयान 2 चंद्रमा की सतह पर सफलता से लैंड करेगा। वीरबल साहनी व पूर्व राष्ट्रपति डॉ। शंकर दयाल शर्मा जैसे शख्सियत को इस यूनिवर्सिटी ने दिये हैं।

एलयू को दी बधाई

यूनिवर्सिटी के 100 साल के सफर में पहुंचने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि जिस माटी, संस्कृति से हमारा जुड़ाव है। जिसने हमें विश्व गुरु बनाया, उस बात को पकड़ने की जरूरत है। तक्षशिला और नालंदा जैसे यूनिवर्सिटी इसी देश के हैं। आज चुनौतियों को स्वीकार कर अवसरों में तब्दील करने की जरूरत है। हमें अपने विजन और मिशन बदलने होंगे। निशंक ने कहा कि 2014 के पूर्व जो दुनिया भारत के प्रति दूसरी राय रखती थी, वही दुनिया 2019 आते-आते न केवल भारत की तरफ देख रही है बल्कि सुन रही है। यह मजबूत नेतृत्व व मिशन के साथ विजन की देन है।

अटलजी का मिला साथ

उन्होंने कहा कि अटलजी का सानिध्य उन्हें भी मिला। जब कारगिल युद्घ चल रहा था तब मुझे नोडल मंत्री बनाया गया था। शहीद सैनिकों के शवों को रिसीव कर उनके घर पहुंचाता था। उस समय देश में ज्वार फूट पड़ा था। हजारों की संख्या में भीड़ को संभालना मुश्किल हो जाता था। यह भाव तब पैदा होते हैं जब लीडरशिप मजबूत हो।

कौशल की जरूरत

उन्होंने कहा हमारे पास किसी चीज की कमी नहीं है, हमें कौशल के पहचान की जरूरत है। कौशल और तकनीक मिलकर मेक इन इंडिया का निर्माण करेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत ऐसे शिक्षकों को तैयार करना है जो विजन और मिशन को स्पष्ट कर सकें। इस दिशा में पहल शुरू कर दी गई है। उन्होंने छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अनुसंधान के लिए पीएम ने अलग यूनिट बनाई है। जिस दिन हम मजबूत हो जायेंगे, उस दिन कोई भी देश हमारी तरफ आंख नहीं उठा सकेगा।

दीक्षारंभ होना चाहिए

उन्होंने कहा कि जिस तरह यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह होते हैं, उस तर्ज पर दीक्षारंभ का आयोजन नवागंतुक छात्रों के लिए किया जाना चाहिए। स्वयंप्रभा नाम से 32 चैनल है। उस पोर्टल पर नई-नई चीजें आपको मिलेंगी। कार्यक्रम को संबोधित करने करते हुए प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री डॉ। महेंद्र सिंह ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात की। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। एसपी सिंह ने यूनिवर्सिटी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चुनौतियां सार्थक होती हैं, जो इनोवेशन के प्रति झकझोरती हैं। कार्यक्रम के दौरान शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ। नीरज जैन ने उन्हें ज्ञापन भी दिया।