2017

में बीएसपी नेता राजेश यादव की ताराचन्द्र हॉस्टल के पास हुई थी हत्या

2018

में छात्र नेता सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद की पीसीबी हॉस्टल में हत्या

2019

में पीसीबी हॉस्टल में मारा गया सुमित हत्याकांड का मुख्य गवाह छात्र नेता रोहित शुक्ला

यूनिवर्सिटी की ग्रेडिंग 200 के नीचे जा चुकी है

नैक ने भी इस साल भी बी प्लस-प्लस ग्रेड लायक ही समझा

<ख्0क्7

में बीएसपी नेता राजेश यादव की ताराचन्द्र हॉस्टल के पास हुई थी हत्या

ख्0क्8

में छात्र नेता सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद की पीसीबी हॉस्टल में हत्या

ख्0क्9

में पीसीबी हॉस्टल में मारा गया सुमित हत्याकांड का मुख्य गवाह छात्र नेता रोहित शुक्ला

यूनिवर्सिटी की ग्रेडिंग ख्00 के नीचे जा चुकी है

नैक ने भी इस साल भी बी प्लस-प्लस ग्रेड लायक ही समझा

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: देश को तमाम हस्तियां देने वाली पूरब की आक्सफोर्ड इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की साख को बट्टा लगा रही हैं कैंपस में होने वाली घटनाएं. इस साल देश की टॉप ख्00 यूनिवर्सिटीज की लिस्ट से गायब हो चुकी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को नैक ग्रेडिंग से भी निराशा ही मिली है. यहां भी उसे बी प्लस-प्लस ही मिली है. सोमवार की रात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक और छात्र नेता गोलियों से छलनी कर दिया गया. इसके बाद यूनिवर्सिटी फिर से चर्चा में आ गयी है.

आईएएस-आईपीएस की फैक्ट्री थी छवि

एक दौर ऐसा भी था जब यूनिवर्सिटी की छवि आईएएस और आईपीएस की फैक्ट्री थी. आज इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल की दीवारों पर पड़ रहे खून के छींटे ऐतिहासिक चमक को फीका कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में वर्चस्व की जंग की भेंट कई नेता चढ़ चुके है. बसपा नेता राजेश यादव की हत्या यूनिवर्सिटी के ताराचन्द्र हॉस्टल के बाहर हुई थी. वर्ष ख्0क्7 में राजेश यादव अपने दोस्त डॉ. मुकुल सिंह के साथ किसी से मिलने गए थे. पीसीबी हॉस्टल में उनका कुछ लोगों से पंगा हो गया तो वे ताराचन्द्र हॉस्टल आ गए थे. हॉस्टल में देर रात उन्हें गोली मार दी गयी. राजेश के पेट में गोली लगी और वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए. डा. मुकुल सिंह ने उसे जख्मी हालत में राज नर्सिग होम लेकर पहुंचे. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

छात्र राजनीति से जरायम की दुनियां में दस्तक

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रहे सुमित शुक्ला उफच् अच्युतानंद शुक्ला की कहानी भी ऐसी ही है. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से छात्र राजनीति से शुरूआत करते हुए सुमित शुक्ला ने देखते ही देखते जरायम की दुनिया में नाम कमाना शुरू कर दिया. पुलिस ने सुमित पर ख्भ् हजार का इनाम भी घोषित किया था. नवम्बर ख्0क्8 में पीसीबी हॉस्टल में हच्ी अच्युतानंद शुक्ला उर्फ सुमित शुक्ला की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सुमित ने यूनिवर्सिटी में ख्0क्ख् में उपाध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी जेल में रहते हुए पेश की थी. वह चुनाव हार गया था.

इस बार भी वही टाइमिंग

राजेश आच्र अच्युतानंद को जिस टाइम पर गोली मारी गयी थी आलमोस्ट उसी टाइम पर सोमवार की रात रोहित का मर्डर भी किया गया.

रोहित की हत्या का अंदाज भी ठीक वैसा ही था जैसा पिछले दो हत्याकांड में हुआ था. खास बात यह भी है सुमित उचर्् अच्युतानंद हत्याकांड में रोहित मुख्य गवाह था. इससे इस मर्डर को वर्चस्व की जंग के साथ पुराने मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है.

रोहित को इंजीनियर बनाना चाहते थे पैरेंट्स

बारा तहसील के लोहगरा गांव में जन्मे रोहित को उसके पैरेंट्स इंजीनियर बनाना चाहते थे. सीबीएसई बोर्ड से इंटर तक एजुकेशन के बाद पैरेंट्स ने उसे इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए विदेश भेज दिया था. यहां भी रोहित की परफारच्ेंस अच्छी रही.

कोर्स कम्प्लीट होने के बाद वह लौटा तो इंजीनियर बनने का सपना भूल गया. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एलएलबी का कोर्स ज्वाइन कर लिया. परिवार के सदस्यों का एरियच् में अच्छा खासा रसूख था तो उनकी बात काटने वाला कोई नहीं होता था. यह गुण रोहित में भी आ गया. सुमित ‌र्च्फ अच्युतानंद से जुड़ने के बाद उसका रास्ता ही बदल गया.

तीन साल पहले लगा था हत्या का आरोप

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बाहुबलि छात्रनेता और जरायम की दुनिया मच् चर्चित अच्युतानंद शुक्ला से दोस्ती के बाद रोहित के कॅरियर ने यू टर्न ले लिया. तीन वर्ष पूर्व जार्जटाउन थाना क्षेत्र के छोटा बघाड़ा निवासी युवक की हत्या में रोहित शुक्ला का नाम पहली बार उछला था. एलएलबी में प्रवेश के बाद उसे पीसीबी हॉस्टल में कमरा मिल गया. यहां से उसकी सुमित से दोस्ती और प्रगाढ़ हो गयी और दोनो अक्सर साथ देखे जाने लगे.

भाई भी है एलएलबी का स्टूडेंट

रोहित का छोटा भाई पीयूष शुक्ला भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ही एलएलबी प्रथम वर्ष का छात्र है. हॉस्टल में चल रही चर्चा में इस हत्याकांड को अच्युतानंद शुक्ला हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है. इस पर फिलहाल परिवार के सदस्य कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं.

बाक्स

बात नहीं होती थी बरदाश्त

रोहित शुक्ल की मौत में किसी से कहासुनी और बातों के बरदाश्त न करना भी कारण हो सकता है. सूत्रों के अनुसार इस परिवार के लगभग सभी सदस्यों की छवि ऐसी ही है. बाबा स्व. देवनारायण शुक्ल क्षेत्र में अपने इसी स्वभाव के कारण चर्चा में रहते थे.

बाक्स

रीवा में हुई थी शादी, अच्युतानंद समेत कई पहुंचे थे

रोहित शादी शुदा था. उसकी शादी मध्य प्रदेश के रीवा जिले में संध्या नामक युवती से हुई थी. शादी के समय तमाम लोग बाराती बनकर पहुंचे थे. इसमें सुमित उर्फ अच्युतानंद भी था.

पति की मौत की सूचना से वह बदहवास हो गयी. रोहित की मां समेत अन्य लोग सन्नाटे में आ गये. उसके पैतृक आवास पर आसपास के गावों के लोग भी पहुंच गये.