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LUCKNOW : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उन्नाव कांड की जल्द जांच पूरी करने में जुटी सीबीआई ने सोमवार को दुष्कर्म पीडि़ता की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से गहन पूछताछ की। सीबीआई ने पीडि़ता की सुरक्षा में तैनात की गयी तीन महिला पुलिसकर्मियों से अलग-अलग सवाल किए। वहीं दूसरी ओर माखी थाने में तैनात रहे करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को आज फिर नवल किशोर रोड स्थित सीबीआई कार्यालय में तलब कर विधायक और उनके करीबियों के बारे में कई सवाल किए गये। सीबीआई ने बांदा के उस मौरंग व्यापारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया था जिसने पीडि़ता की कार से दुघर्टना करने वाले ट्रक में मौरंग को अनलोड करायी थी।

नहीं मिला कोई सुराग

सीबीआई के सूत्रों की मानें तो अभी तक रायबरेली सड़क हादसे की जांच में उनके हाथ ऐसा कोई ठोस सुराग नहीं लगा है जिससे इस मामले में किसी साजिश के अंजाम देने का प्रमाण मिलता हो। बावजूद इसके सीबीआई ने मामले की तह तक जाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अब सीबीआई को नई दिल्ली स्थित फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट का इंतजार है ताकि उससे यह पता लगाया जा सके कि दुघर्टना की असली वजह क्या थी और कहीं ट्रक ड्राइवर ने जानबूझकर तो पीडि़ता की कार में टक्कर तो नहीं मारी थी। सीबीआई की टीमें उन चश्मदीदों से भी लगातार पूछताछ कर रही हैं जिन्होंने दुघर्टना के बाद पीडि़ता और उसके परिजनों को कार से बाहर निकाला था।

ड्राइवर और क्लीनर की घेराबंदी

सीबीआई कार्यालय में रिमांड पर लिए गये ट्रक ड्राइवर और क्लीनर से सोमवार को गहन पूछताछ की गयी। सीबीआई की छह टीमों ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ करके घटना से जुड़ी हर जानकारी बटोरने का प्रयास किया पर दोनों इस बात पर कायम रहे कि यह महज एक दुघर्टना थी और इसमें किसी तरह की कोई साजिश नहीं रची गयी थी। सीबीआई की टीम उनको रायबरेली भी लेकर गयी। जिन स्थानों पर उसने ट्रक को रोका था, वहां भी सीबीआई ने सुराग तलाशने का प्रयास किया।

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