नई दिल्ली (एएनआई)। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का पोस्टमार्टम दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हुआ और उसके पार्थिव शरीर को अब उन्नाव में उसके गांव ले जाया जा रहा है। सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता ने पहले एएनआई को बताया था कि पोस्टमार्टम फोरेंसिक यूनिट के विभागाध्यक्ष डॉ. एमके वाही के नेतृत्व में होगा।उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस और दिल्ली पुलिस अपनी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं और वे फोरेंसिक प्रक्रिया का हिस्सा नहीं होंगे। गुप्ता ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान शरीर में जहर और दम घुटने का कोई संकेत नहीं मिला। रिपोर्ट यह बताती है कि पीड़िता की मौत ज्यादा जलने से हुई है। बता दें कि उन्नाव पीड़िता को सड़क मार्ग से उसके गांव ले जाया जा रहा है।

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का पोस्टमार्टम : यूपी और दिल्ली पुलिस फोरेंसिक प्रक्रिया का नहीं होगी हिस्सा

रात 11:10 बजे हुआ कार्डियक अरेस्ट

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जीवन के लिए जूझने के बाद, दुष्कर्म पीड़िता की शुक्रवार की रात 11:40 बजे उसकी मौत हो गई। अस्पताल में जले और प्लास्टिक विभाग के एचओडी डॉ. शलभ कुमार ने एएनआई को बताया, 'यह बहुत दुख की बात है कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद जीवित नहीं रह सकी। उसे रात 11:10 बजे कार्डियक अरेस्ट हुआ और हमने उसे फिर से जीवित करने की कोशिश की लेकिन वह बच नहीं सकी।'


घर से अदालत जा रही थी पीड़िता

बता दें कि पीड़िता को गुरुवार की सुबह अदालत में सुनवाई के लिए जाते समय किरोसिन छिड़ककर आग के हवाले कर दिया गया था। महिला उस समय एक स्थानीय अदालत में दुष्कर्म के मामले की सुनवाई पर जाने के लिए घर से निकली थी। पीड़िता ने इस साल मार्च में आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। मामले की उत्तर प्रदेश के एक स्थानीय अदालत में सुनवाई चल रही थी। गुरुवार को 23 वर्षीय पीड़िता को लखनऊ के एसएमसी सरकारी अस्पताल से सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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