लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियां एक्टिव हो चुकी हैं। इस क्रम में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को अब उत्तर प्रदेश में अपने दलित वोटों के लिए भाजपा नेता और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से खतरा है। बेबी रानी मौर्य जिन्हें हाल ही में भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था, दलित मतदाताओं को लुभाने के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करेंगी। इस संबंध में बीजेपी के एससी मोर्चा के सचिव राहुल कुमार ने कहा "दलितों, विशेष रूप से जाटवों को लुभाने के प्रयास में पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनाव तक बसपा के मुख्य वोट आधार थे।

कार्यक्रम की शुरुआत नवरात्रि से की जाएगी

बेबी रानी मौर्य दलित समुदाय से भी ताल्लुक रखती हैं। इसलिए पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए दलित बहुल क्षेत्रों में उनके स्वागत कार्यक्रम का आयोजन करेगी। उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यक्रम की शुरुआत नवरात्रि से करेंगे और जनता के बीच अपनी धाक जमाने की योजना बनाएंगे। इन कार्यक्रमों में प्रमुख भाजपा नेता भाग लेंगे और बेबी रानी मौर्य कुछ जिलों में स्थानीय नेताओं से बातचीत करने के लिए रुक भी सकती हैं।

खासकर जाटवों को निशाना बना रही भाजपा

वहीं अभियान का समन्वय कर रहीं भाजपा महासचिव प्रियंका रावत ने कहा कि यह कार्यक्रम अक्टूबर और नवंबर में जारी रहेगा। सबसे बड़े कार्यक्रम पार्टी के छह संगठन क्षेत्रों के प्रमुख जिलों- लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ और सहारनपुर में आयोजित किए जाएंगे। इसके साथी ही उन्होंने कहा कि पहली बार है कि भाजपा विशेष रूप से दलित वोटों, खासकर जाटवों को निशाना बना रही है, जो बसपा की रीढ़ हैं।

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