लखनऊ (ब्यूरो)। वाराणसी समेत विभिन्न शहरों के सैन्य ठिकानों व सीआरपीएफ कैंपों की सूचनाएं व फोटो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भेजने वाले शातिर एजेंट राशिद अहमद को यूपी एटीएस ने चंदौली से अरेस्ट कर लिया। टीम ने उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, दो सिमकार्ड व पेटीएम के जरिये हासिल किये पांच हजार रुपये बरामद किये हैं। पूछताछ में उसने कुबूल किया कि वह दो बार पाकिस्तान जा चुका है। यूपी एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने उसे तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है।

मिलिट्री इंटेलिजेंस से मिला था इनपुट

मिलिट्री इंटेलिजेंस को जुलाई 2019 में इंफॉर्मेशन मिली थी कि वाराणसी निवासी एक युवक पाकिस्तान के लाहौर व रावलपिंडी में कुछ लोगों से लगातार बातचीत कर रहा है। यह भी पता चला कि वह शख्स वाट्सएप के जरिए यूपी के विभिन्न शहरों के सैन्य ठिकानों, सीआरपीएफ कैंप, अयोध्या व अन्य धार्मिक स्थलों के अलावा पीएम मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ की सभाओं की सूचनाएं पाकिस्तनी खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया करा रहा है। इस इनपुट को डेवलप करते हुए यूपी एटीएस ने उस शख्स की शिनाख्त वाराणसी के छित्तूपुर इलाके के मूल निवासी मोहम्मद राशिद अहमद के रूप में की। तभी से एटीएस टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही थी।

कुबूलनामे से एटीएस के उड़े होश

रविवार रात एटीएस की वाराणसी यूनिट ने चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर स्थित चौरहट पड़ाव से आरोपी मोहम्मद राशिद को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में राशिद ने जो कुबूलनामा किया उसे सुनकर एटीएस टीम के भी होश उड़ गए। उसने बताया कि वह अब तक दो बार 2017 व 2018 में आईएसआई से ट्रेनिंग लेने व आकाओं से मुलाकात करने पाकिस्तान जा चुका है। उसने बताया कि वह अब तक वाराणसी, लखनऊ व प्रयागराज के विभिन्न सैन्य ठिकानों व नक्सल प्रभावित मीरजापुर, सोनभद्र में मौजूद सीआरपीएफ कैंप की फोटो व जानकारियां वाट्सएप के जरिए पाकिस्तान भेज चुका है। इसके अलावा वाराणसी स्थित विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, कोर्ट, दशाश्वमेध समेत विभिन्न घाट, गेारखपुर रेलवे स्टेशन, अयोध्या के विभिन्न धार्मिक स्थलों की भी जानकारी व फोटोग्राफ भेज चुका है। बीएचयू में होने वाले धरना-प्रदर्शनों की जानकारी भी राशिद ने आईएसआई को भेजीं।

पीएम मोदी व सीएम योगी के आयोजनों की जासूसी

तमाम सैन्य ठिकानों व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की जानकारियां व फोटो भेजने के साथ ही आईएसआई एजेंट मोहम्मद राशिद ने वाराणसी में होने वाले पीएम मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ के आयोजनों व रैलियों की फोटोग्राफ व जानकारियां भी आईएसआई को मुहैया करायीं।

वॉलेट के जरिए मिलते थे रुपये

एटीएस की पूछताछ में मो। राशिद ने बताया कि सूचनाएं व फोटो भेजने के एवज में पेटीएम वॉलेट में रुपये जमा करा दिये जाते थे। पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं ने उसका निकाह का खर्च उठाने और उसे गिफ्ट देने का भी वायदा किया था। उसने कुबूल किया कि उसे अब तक कई लाख रुपये सूचनाएं देने के बदले मिल चुके हैं। जिसकी तस्दीक एटीएस टीम कर रही है।

नेटवर्क की तलाश

मोहम्मद राशिद की अरेस्टिंग के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों रॉ, आईबी व मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यूपी एटीएस मुख्यालय में उससे पूछताछ कर रही हैं। उससे पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने अब तक किन-किन जगहों की रेकी की और उसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।

lucknow@inext.co.in

National News inextlive from India News Desk