-यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों के पास बिहार-झारखंड से आ रहे फेक कॉल्स,

अच्छे नम्बरों से पास कराने का झांसा देकर ऐंठ रहे रुपये

बिहार बोर्ड परीक्षा में कारनामा करने वाले ठगों के निशाने पर अब यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स हैं. कॉल करके नंबर बढ़ाने का प्रलोभन दे रहे हैं और रुपये ऐंठ रहे हैं. अभी तक सैंकड़ों स्टूडेंट्स को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपये ऐंठ चुके हैं. अभी इनकी कारगुजारी जारी है. ठगी का शिकार हुए कुछ अभिभावकों और छात्रों ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई. शुरुआती जांच में पता चला कि जिन नम्बरों से ठगी वाले कॉल आ रहे हैं वो बिहार-झारखंड के हैं. क्राइम ब्रांच ने ठगों को तलाश करना शुरू कर दिया है.

मांग रहे चार से सात हजार

यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स को फोन करने वाले जालसाज खुद को बोर्ड ऑफिस का कर्मचारी बताते हैं. भरोसा दिला रहे हैं कि चार हजार रुपये में दसवीं में अच्छे नंबर से पास करा देंगे. बारहवीं के परीक्षार्थियों से छह से सात हजार रुपये मांग रहे हैं. जो स्टूडेंट्स इनकी जाल में फंस जा रहे हैं उनको एक बैंक एकाउंट दिया जा रहा है. उसमें रुपये ट्रांसफर होने के बाद फोन स्वीच ऑफ हो जाता है. बैंक एकाउंट भी टै्रस नहीं होता है. कम रुपये होने की वजह से कई स्टूडेंट गार्जियन को बताए बिना ठगों को रुपये दे देते हैं. बाद में उन्हें ठगे जाने का एहसास होता है.

साइबर कैफे से डाटा लीक

जिस तरह बैंक एकाउंट होल्डर्स को जालसाजों के फोन कॉल्स आते हैं ठीक उसी तरह परीक्षार्थियों को कॉल आ रहे हैं. बात करने वाले का लहजा बिहारी लैंग्वेज जैसा होता है. परीक्षार्थियों सहित अभिभावकों के कम्पलेन पर क्राइम ब्रांच ने काम करना शुरू किया तो सबसे पहले क्षेत्रीय बोर्ड आफिस पहुंची. शिक्षा अधिकारियों से पूछताछ के बाद सामने आया कि यहां से डाटा लीक नहीं हो सकता है. क्योंकि अब हाईस्कूल -इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों का रजिस्ट्रेशन व एग्जाम फार्म सब आनलाइन हो गया है. परीक्षाथिर्यों ने साइबर कैफे से अपना रजिस्ट्रेशन फार्म फिलअप किया है. संभवत: साइबर कैफे से डाटा लीक हो सकता है. वैसे भी जांच की जद में शहर के कुछ कोचिंग सेंटर्स भी हैं. जहां बच्चे दसवीं और इंटर की पढ़ाई करते हैं. तह तक की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने कई नंबरों को सर्विलांस पर लगाया है.

पहुंच रही कम्प्लेन

स्टूडेंट्स से जब से ठगी का मामला सामने आया है तब से क्राइम ब्रांच के पास शिकायतों की भरमार हो रही है.

एसपी क्राइम ज्ञानेंद्रनाथ फोन करके भी कई लोगों ने आपबीती सुनायी है. रहे हैं. सभी को यही समझाया जा रहा है कि फर्जी काल्स से अलर्ट रहें. कोई भी रुपये पैसे की मांग करता है तो तुरंत मना कर दें और पुलिस को सूचना दे. किसी भी प्रकार की कोई आईडी की जानकारी नहीं दे. क्योंकि सरकारी विभागों की ओर से ऐसे कॉल्स कभी नहीं किए जाते हैं.

ध्यान रखें स्टूडेंट्स

-परीक्षार्थी किसी भी प्रलोभन में न फंसे

-ऐसे काल्स आने पर तत्काल अपने अभिभावकों को सूचनाएं दें

-बार-बार ऐसे काल्स आते है तो नजदीकी पुलिस स्टेशन पर सूचनाएं दे

-कोई भी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में नंबर नहीं बढ़वा सकता है

-बोर्ड परीक्षार्थियों को रिजल्ट से संबंधित सूचनाएं अखबार और संबंधित कॉलेज से ही मिलती हैं

-सरकारी विभागों की ओर परीक्षार्थियों को कभी कॉल नहीं की जाती है

-फोन पर रुपये, पैसे मांगने वालों के खिलाफ एसपी क्राइम के सीयूजी नंबर 9454404404 पर सूचनाएं दें

जांच में यह सामने आया है कि फर्जी कॉल्स अधिकतर बिहार-झारखंड से की गई हैं. ठगों की धरपकड़ के लिए टीम गठित की जा रही है. बोर्ड परीक्षार्थी किसी भी प्रलोभन में न आए और जालसाजों का कॉल्स आने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.

ज्ञानेंद्रनाथ

एसपी क्राइम