एक कक्ष निरीक्षक कार्यमुक्त, चार केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शनिवार को दो पालियों में हुई परीक्षा में 12 नकलची पकड़े गए। निष्क्रियता बरतने पर एक कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त कर दिया गया। चार केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। हाईस्कूल में 47 एवं इंटरमीडिएट में 651 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ी। शनिवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल वाणिज्य एवं इंटरमीडिएट अर्थशास्त्र प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा हुई। द्वितीय पाली में ¨हदी द्वितीय पेपर हुआ। पूरे प्रदेश में हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में सैटरडे को कुल 47 नकलची पकड़े गये हैं।

टीम पहुंची तो मची खलबली

जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव के नेतृत्व में उड़नदस्ता की टीम राजदेव पब्लिक इंटरमीडिएट कालेज जयंतीपुर सुलेम सराय पहुंची तो खलबली मच गई। यहां नकल सामग्री के साथ छात्र को पकड़ा गया। केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस दिया गया। इसके अलावा संगम सिंह सिंगरौर इंटर कालेज, सुभाष चंद्र बोस इंटर कालेज कादिलपुर एवं शिवम पब्लिक हाईस्कूल भगवतपुर के केंद्र प्रभारी द्वारा कार्य में शिथिलता बरतने पर कारण बताओ नोटिस दी गई। रामकृष्ण इंटर कालेज बसाई करछना के कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त कर दिया गया।

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डीआईओएस ने वेतन रोका, ऑनलाइन ब्यौरा न देने पर 342 को नोटिस

जीजीआइसी सिविल लाइंस की शिक्षिका वंदना पांडेय व किरन गुप्ता की ड्यूटी गुरु माधव प्रसाद इंटर कालेज झलवा में लगी है। ड्यूटी का पत्र उनके विद्यालय पहुंचवा दिया गया। परंतु एक भी दिन शिक्षिकायें वहां गई नहीं। शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने विद्यालय में छापेमारी की तो इसका खुलासा हुआ। उन्होंने दोनों शिक्षिकाओं का वेतन रोककर कारण बताओ नोटिस दिया है। इसके अलावा परीक्षार्थियों का ऑनलाइन ब्योरा न देने पर डीआइओएस कोमल यादव ने 342 केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही आगे का सारा ब्योरा यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन करने की कड़ी हिदायत दी है।

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50 मिनट बाद जेटी में बदला पेपर

इधर, जगत तारन ग‌र्ल्स गोल्डन जुबिली स्कूल में सैटरडे को हिन्दी की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों में खासा रोष देखने को मिला। परीक्षार्थियों ने पेपर में आउट ऑफ सिलेबस सवाल पूछे जाने पर नाराजगी व्यक्त की। इसकी शिकायत कक्ष निरीक्षक से की गई। जिसके बाद तकरीबन 45 मिनट तक परीक्षा में व्यवधान की स्थिति बनी रही। कभी कहा गया कि पेपर आउट ऑफ सिलेबस नहीं है तो कभी इसको लेकर संशय की स्थिति बनी रही। जैसे तैसे परीक्षा संपन्न करवाई गई। अन्य परीक्षा केन्द्रों पर से भी ऐसी शिकायतें सुनने को मिली।