-हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को करनी पड़ रही है सेल्फ स्टडी

-16 मार्च से स्टार्ट होने हैं एग्जाम, अधिकांश कॉलेजेज में 75 फीसदी हुआ कोर्स

>BAREILLY: यूपी में चल रहे विधानसभा चुनाव का असर इस बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स पर पड़ता दिखाई रहा है। चुनाव के दौरान टीचर्स की ड्यूटी के चलते स्टूडेंट्स का कोर्स पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में स्टूडेंट्स के सामने बड़ी चुनौती है कि वह एग्जाम में अच्छे मा‌र्क्स कैसे लाएं। इस नाते स्टूडेंट्स अब अधूरे कोर्स के सहारे भविष्य संवारने की जंग लड़ रहे हैं।

75 प्रतिशत हुआ है कोर्स

चुनाव आयोग के विधानसभा चुनाव की घोषणा करते ही सरकारी मशीनरी हरकत में आ गई थी। जिला प्रशासन निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए सभी विभाग के कर्मचारियों के अलावा तमाम शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई गई थी। चुनाव के लिए पहले उन्हें ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद टीचर्स ने मतदान कराया। इन सब के बीच टीचर्स ने क्लास अटेंड नहीं की। इसके चलते इस बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होने वाले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के हजारों स्टूडेंट्स का का 75 प्रतिशत ही कोर्स पूरा हो सका। ऐसे में स्टूडेंट्स को एग्जाम में परेशानी होना लाजिमी है। हालांकि बहुत से स्टूडेंट्स सेल्फ स्टडी में लगे हैं, लेकिन सवाल यह है कि चुनाव के चलते स्टूडेंट्स के मा‌र्क्स कम आए तो इसका जवाबदेह कौन है?

16 मार्च से एग्जाम होगा शुरू

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के एग्जाम इस वर्ष 16 मार्च से स्टार्ट होंगे। जो 21 अप्रैल तक चलेंगे। हाईस्कूल के एग्जाम 15 और इंटरमीडिएट के एग्जाम 25 वर्किंग डे में खत्म होंगे। डीआईओएस मुन्ने अली ने बताया इस वर्ष 97,803 स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड के एग्जाम देंगे। एग्जाम के लिए 133 सेंटर्स बनाए गए हैं।

टीचर्स के चुनावी ड्यूटी में बिजी होने कारण वे कोर्स पूरा कराने ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाए। वहीं, स्टूडेंट्स का कोर्स पूरा नहीं हो पाना चिंता का विषय है।

राजेन्द्र गंगवार, शिक्षक नेता

रोजाना कॉलेज गए। सभी टीचर्स की क्लासेज भी अटेंड कीं। लेकिन, चुनाव ने शिक्षा को बेपटरी कर दिया। अब समझ में नहीं आ रहा है अधूरे कोर्स के सहारे कैसे एग्जाम दें।

रोहित, स्टूडेंट

एग्जाम में अच्छे मा‌र्क्स लाने का दबाव है। जबकि, कॉलेज में 75 फीसदी ही कोर्स पढ़ाया गया है। चुनाव के चलते टीचर्स क्लास में आए नहीं है। जिसकी वजह से तैयारी बेहतर नहीं हो सकी है।

प्रशांत, स्टूडेंट

जो कोर्स रह गया है, उसे पढ़ने के लिए भाई-बहनों और पेरेंट्स की मदद ले रहे हैं। ताकि बचा हुआ कोर्स कंप्लीट कर सकूं और एग्जाम में अच्छे से सवालों का जवाब देने में दिक्कत न हो।

दीक्षांत, स्टूडेंट

चुनावी ड्यूटी के चलते टीचर्स कोर्स पूरा नहीं करा पाए। अब अधूरे कोर्स के भरोसे कॅरियर की जंग लड़ेंगे। स्कूल ने एक्स्ट्रा क्लासेज भी नहीं चलवाई। जिससे कोर्स पूरा हो जाता।

दीपक, स्टूडेंट